AIN NEWS 1: प्रयागराज महाकुंभ में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी के कैंप के बाहर से पुलिस ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा। युवक का नाम अयूब बताया जा रहा है, जो आयुष नाम बताकर कैंप में घुसा था।
मंगलवार तड़के संतों ने उसे यति के कमरे के बाहर देखा और शक होने पर पुलिस को सूचित किया। पूछताछ में युवक ने पहले अपना नाम आयुष बताया, लेकिन सख्ती से पूछने पर उसने अपना असली नाम अयूब कबूल किया। फिलहाल, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
यति नरसिंहानंद का बयान: हिंदू आबादी को खतरा
महाकुंभ में यति नरसिंहानंद गिरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत में हिंदू आबादी को खतरा है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या से संतुलन बिगड़ रहा है। इस समस्या का समाधान करते हुए उन्होंने हिंदुओं से 4-5 बच्चे पैदा करने की अपील की।
उन्होंने कहा, “अगर हिंदू आबादी तेजी से नहीं बढ़ी, तो देश में हिंदुओं का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या हमारी संस्कृति और धर्म के लिए चुनौती बन रही है।”
25 जनवरी को होगा संत संवाद कार्यक्रम
यति नरसिंहानंद ने 25 जनवरी को महाकुंभ में संत संवाद कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न अखाड़ों के संत और महामंडलेश्वर शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य सनातन वैदिक राष्ट्र की स्थापना पर विचार करना है। इसके साथ ही हिंदुओं की जनसंख्या बढ़ाने और उनकी संस्कृति को संरक्षित करने पर चर्चा होगी।
यति ने कहा, “हम ऐसा राष्ट्र बनाना चाहते हैं, जहां सनातन धर्म के अनुयायी बिना किसी बाधा के रह सकें। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के गैर-मुस्लिम धर्मगुरुओं को जोड़कर उन्हें इस्लामिक जिहाद के खिलाफ वैचारिक रूप से तैयार करना भी है।”
यति नरसिंहानंद: कौन हैं और क्यों विवादों में रहते हैं?
यति नरसिंहानंद का असली नाम दीपक त्यागी है। वह जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना मंदिर, गाजियाबाद के महंत हैं।
उन्होंने रूस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और मास्को तथा लंदन में काम किया।
वह भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक और ‘हिंदू स्वाभिमान’ नामक संगठन के संस्थापक हैं।
उनके बयान अक्सर विवादों में रहते हैं।
यति नरसिंहानंद के विवादित बयान
1. सीतापुर (2021): उन्होंने इस्लाम मुक्त भारत की बात कही।
2. हरिद्वार धर्म संसद (2021): मुस्लिमों के नरसंहार की अपील की।
3. हिंदू युवाओं को उकसावा (2021): LTTE के प्रभाकरन और भिंडरावाले जैसा बनने पर 1 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की।
4. महिला नेताओं पर बयान (2021): कहा कि महिला नेता, खासकर भाजपा की, पुरुष नेताओं की ‘रखैल’ होती हैं।
5. मुस्लिम पीएम पर बयान (2022): कहा कि यदि देश में कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बना, तो 20 वर्षों में 50% हिंदुओं का धर्मांतरण हो जाएगा।
6. मुस्लिम महिलाओं पर बयान (2022): मुस्लिम समाज पर महिलाओं का उपयोग इस्लाम बढ़ाने के लिए करने का आरोप लगाया।
मुलायम सिंह यादव की मूर्ति पर प्रतिक्रिया
महाकुंभ में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लगाए जाने पर यति नरसिंहानंद ने कहा, “मुलायम सिंह ने कारसेवकों पर गोली चलवाई थी, लेकिन वह हिंदू थे। इसीलिए उनकी मूर्ति लगाए जाने का मैं विरोध नहीं करूंगा।”
क्या है संत संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य?
यति नरसिंहानंद ने कहा कि संत संवाद कार्यक्रम “जगदंबा महाकाली डासना वाली परिवार” और “यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन” के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य सनातन धर्म को संरक्षित करना और विश्व के अन्य गैर-मुस्लिम धर्मगुरुओं को इस्लामिक जिहाद के खिलाफ जागरूक करना है।
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महाकुंभ में यह संवाद कार्यक्रम सनातन धर्म के उत्थान और उसकी रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
महाकुंभ में हुई इस घटना और यति नरसिंहानंद के बयानों ने हिंदू समाज के भीतर विभिन्न विचारधाराओं को चर्चा का विषय बना दिया है। जहां कुछ लोग उनके विचारों का समर्थन कर रहे हैं, वहीं उनके विवादित बयानों के कारण उनकी आलोचना भी हो रही है। आगामी संत संवाद कार्यक्रम से उनकी नीतियों और विचारधाराओं की दिशा पर और स्पष्टता मिल सकेगी।