नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना में आयोजित राजद अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की रैली को संबोधित करते हुए बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने नीतीश कुमार को पूरी तरह हाईजैक कर लिया है, और अब जेडीयू भी कुछ नेताओं के इशारे पर सिर्फ बीजेपी की राजनीति को मज़बूत करने में लगी है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी और पलायन लगातार बढ़ रहे हैं और शासन-प्रशासन अति पिछड़ा समाज को दबाने में लगा है। उन्होंने कहा, “आज अति पिछड़े समाज के लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है।”
जेडीयू को बताया कठपुतली, मुख्यमंत्री को थका हुआ कहा
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अब वे थक चुके हैं और सरकार रिटायर्ड अधिकारियों के भरोसे चल रही है। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि अति पिछड़ा समाज से कितने डीएम और एसपी नियुक्त किए गए हैं—सरकार को जवाब देना चाहिए।
जातीय जनगणना और आरक्षण को लेकर उठाई मांग
तेजस्वी ने केंद्र सरकार द्वारा घोषित जातीय जनगणना को राजद की पुरानी मांग का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, “लालू प्रसाद यादव ने वर्षों पहले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग की थी, अब बीजेपी हमारी ही बातों को अपनाने को मजबूर है।”
रैली में तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि उनकी लड़ाई जारी रहेगी और आरक्षण की सीमा को बढ़ाने के साथ-साथ लोकसभा और विधानसभा में पिछड़ों के लिए अनुसूचित जाति-जनजाति की तर्ज पर सीटें आरक्षित करने की मांग भी रखी जाएगी।
Tejashwi Yadav launched a strong political attack on Bihar CM Nitish Kumar and accused the BJP of hijacking the state government. Addressing a rally in Patna, he raised concerns over rising unemployment, migration, and discrimination against the extremely backward classes. He criticized the JDU for being controlled by pro-BJP individuals and claimed that the government is being run by retired officials. He reiterated demands for caste census, increased reservation, and representation for backward communities in legislative bodies.