AIN NEWS 1: प्रयागराज महाकुंभ से पहले सोशल मीडिया पर धमकी भरी पोस्ट ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। “X” (पूर्व में ट्विटर) पर एक अकाउंट से महाकुंभ में बम धमाके की धमकी दी गई, जिसमें 1000 हिंदुओं को मारने की बात कही गई है।
धमकी का विवरण
नसर पठान नाम की ID से “X” पर पोस्ट किया गया कि महाकुंभ में बड़ा धमाका होगा। पोस्ट में लिखा गया, “तुम सब अपराधी हो… इंशा अल्लाह, 1000 लोग मरेंगे। अल्लाह इज ग्रेट।”
ID के बायो में “कट्टर मुस्लिम” और “मुझे मुस्लिम होने पर गर्व है” लिखा है। पुलिस ने अकाउंट की जांच शुरू कर दी है और उस नंबर और ईमेल की जानकारी जुटाई जा रही है, जिससे यह अकाउंट बनाया गया।
री-ट्वीट से बढ़ा मामला
इस पोस्ट को विपिन गौर नामक व्यक्ति ने री-ट्वीट किया और इसका स्क्रीनशॉट “X” पर शेयर किया। उन्होंने 31 दिसंबर को शाम 5:01 पर यूपी-112 मुख्यालय को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां हरकत में आईं।
पिछली धमकियां और खालिस्तानी लिंक
इससे पहले खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने महाकुंभ के प्रमुख स्नान तिथियों पर हमले की धमकी दी थी। पन्नू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर का बदला लेने की बात कही।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा, “अगर पन्नू महाकुंभ में आने की कोशिश करेगा, तो उसे मार भगाया जाएगा। हिंदू और सिख सनातन के सैनिक हैं, और पन्नू का विभाजन करने का प्रयास असफल रहेगा।”
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। पूरे मेले को 25 सेक्टरों में बांटा गया है, और 56 थाने व 144 चौकियां बनाई गई हैं।
पुलिस बल: 22,998 पुलिसकर्मी, 13,965 होम गार्ड, 1378 महिला पुलिसकर्मी तैनात होंगे।
विशेष इकाइयां: 340 जल पुलिस, 146 घुड़सवार पुलिस, और एलआईयू के 510 जवान सुरक्षा की निगरानी करेंगे।
महत्वपूर्ण स्नान तिथियां:
13 जनवरी: पौष पूर्णिमा
14 जनवरी: मकर संक्रांति
29 जनवरी: मौनी अमावस्या
3 फरवरी: बसंत पंचमी
महाकुंभ का बजट और महत्व
5,000 करोड़ रुपए के बजट से हो रहा यह महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा आयोजन होगा। इसमें 13 अखाड़ों के धर्मगुरु, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।
धमकी के मद्देनजर पुलिस और खुफिया एजेंसियां सुरक्षा चाक-चौबंद करने में जुट गई हैं ताकि यह आयोजन बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके।