UP DGP Clears CO Anuj Chaudhary in Controversial Statement Case
विवादित बयान मामले में संभल के सीओ अनुज चौधरी को क्लीन चिट, डीजीपी ने कहा- आरोप साबित नहीं हुए
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में तैनात सर्किल ऑफिसर (सीओ) अनुज चौधरी के कुछ बयानों को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। इन बयानों को लेकर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने होली और अलविदा जुमा व ईद जैसे धार्मिक आयोजनों के संबंध में आपत्तिजनक और सांप्रदायिक टिप्पणी की थी। इस विवाद को लेकर पूर्व आईपीएस अधिकारी और आज़ाद अधिकार सेना के प्रमुख अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार से औपचारिक शिकायत की थी। अब इस शिकायत पर जांच पूरी होने के बाद डीजीपी ने अपना फैसला सुनाते हुए अनुज चौधरी को क्लीन चिट दे दी है।
आरोप क्या थे?
अमिताभ ठाकुर की ओर से लगाए गए आरोपों में कहा गया था कि सीओ अनुज चौधरी ने बिना आधिकारिक अधिकार के बयानबाजी की, और अपने कार्यों में धार्मिक रंग देने की कोशिश की। उनके अनुसार, इससे सेवा नियमों का उल्लंघन हुआ और समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की गई। साथ ही, ठाकुर का यह भी कहना था कि इससे एक विशेष वर्ग में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हुई है।
जांच में क्या सामने आया?
इस मामले की जांच एसपी लॉ एंड ऑर्डर मनोज कुमार अवस्थी ने की। जांच के दौरान अनुज चौधरी सहित कई लोगों के बयान दर्ज किए गए। इनमें जितेंद्र वर्मा और मोहम्मद यासीन नाम के दो स्थानीय लोगों के बयान भी शामिल थे, जिन्होंने कहा कि सीओ ने कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही थी।
सीओ अनुज चौधरी ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि उनकी किसी भी बात का उद्देश्य किसी धर्म विशेष की भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं था। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके बयानों को राजनीतिक लाभ के लिए तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया। उनका कहना था कि उन्होंने सिर्फ शांति बनाए रखने के उद्देश्य से पीस कमेटी की बैठक में दोनों समुदायों से शांतिपूर्वक त्योहार मनाने की अपील की थी।
डीजीपी का फैसला
उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अनुज चौधरी के खिलाफ कोई पुष्ट प्रमाण नहीं मिले हैं। रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि उनके द्वारा कोई नियमों का उल्लंघन नहीं किया गया है। इस पर डीजीपी ने अंतिम फैसला सुनाते हुए अनुज चौधरी को क्लीन चिट दे दी।
गृह विभाग को दी गई रिपोर्ट
इस मामले को लेकर आईजी कानून व्यवस्था एल.आर. कुमार ने गृह विभाग को पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी। पत्र में बताया गया कि जांच निष्पक्ष रूप से की गई और इसमें किसी भी प्रकार की दुर्भावना नहीं पाई गई।
इस पूरे मामले का निष्कर्ष यह है कि सीओ अनुज चौधरी के खिलाफ लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी। न तो कोई वीडियो या ऑडियो साक्ष्य मिला और न ही कोई प्रत्यक्षदर्शी ऐसा मिला जिसने उनके खिलाफ गवाही दी हो। पुलिस की जांच और स्थानीय लोगों के बयानों के आधार पर यह तय हुआ कि अनुज चौधरी ने अपने पद की गरिमा बनाए रखते हुए ही कार्य किया था।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
इस मामले में क्लीन चिट मिलने के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि किसी प्रकार की गलत मंशा से बयान नहीं दिया गया था। वहीं, कुछ लोग अब इस बात पर भी सवाल उठा रहे हैं कि बिना ठोस सबूत के सार्वजनिक अधिकारियों पर ऐसे आरोप लगाना कितना उचित है।
Uttar Pradesh DGP Prashant Kumar has given a clean chit to Sambhal CO Anuj Chaudhary in the controversy surrounding his alleged statements on Holi and Eid. The police investigation found no evidence supporting the accusations made by former IPS officer Amitabh Thakur, who had filed a complaint claiming Anuj Chaudhary violated service rules and gave communal color to his duties. This news highlights the official UP Police stance on the matter and clears any doubts about Anuj Chaudhary’s role and statements during the communal festivals.
Jay Baba bhole ki. Vishay is baat ka nahin Hai. Ki Anup Chaudhari ne kya kaha hai. Vishay is baat ka hai ki Anuj Chaudhari Ne Bharat ke sanvidhan ke sath Khade hokar. Bharat ke sanvidhan ke protocol ko. Apni duty ke Adhikar ke Aadhar per. Bus Samaj Ko samjhaya Hai aur yah batane ki koshish kari hai. Disciplin hi life ka sabse pahla aur sabse pahla maksad hai
Agar aap Kisi Ko Samman de sakte hain to theek hai nahin to Samman ka Adhikar Kanoon Apne vyavastha ke Aadhar per Le lega.
Jay Baba Mahakal