Uttar Pradesh Launches First Fruit Winery in Malihabad to Boost Farmers’ Income
अब यूपी में फलों से बनेगी वाइन: मलिहाबाद में पहली फ्रूट वाइनरी शुरू, किसानों को होगा बड़ा लाभ
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश ने कृषि आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक नया कदम उठाया है। राज्य की पहली फ्रूट वाइनरी अब लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में शुरू हो चुकी है। यह यूनिट “एम्ब्रोसिया नेचर लिविंग एलएलपी” के नाम से स्थापित की गई है और इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने रविवार को किया।
🍇 स्थानीय फलों से बनेगी वाइन
यह वाइनरी खास तौर पर स्थानीय फलों, जैसे आम, जामुन, अमरूद आदि से वाइन तैयार करेगी। खास बात यह है कि मलिहाबाद क्षेत्र आम उत्पादन के लिए पहले से ही प्रसिद्ध है। ऐसे में यहां पर आम से वाइन तैयार करना एक व्यावसायिक और आर्थिक रूप से लाभकारी प्रयास माना जा रहा है।
🏭 वायनरी की स्थापना और शुभारंभ
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने लखनऊ के मलिहाबाद स्थित जलालाबाद गांव में इस वायनरी का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य में फल उत्पादन और स्थानीय उद्यमिता को नई दिशा देगी।
उन्होंने इसे किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में एक प्रभावी कदम बताया और कहा कि इससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
💸 सरकार देगी एक्साइज ड्यूटी में छूट
राज्य सरकार ने किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने घोषणा की है कि फलों से बनी वाइन पर आगामी पांच वर्षों तक कोई एक्साइज ड्यूटी नहीं ली जाएगी।
इस फैसले से:
किसानों की आय बढ़ेगी,
उद्यमियों को व्यापार शुरू करने का अवसर मिलेगा,
युवाओं के लिए नए रोजगार उत्पन्न होंगे।
🧪 वायनरी की कार्यप्रणाली और तकनीक
मुख्य सचिव ने वायनरी के प्रशासनिक विंग का उद्घाटन करने के बाद यूनिट का निरीक्षण भी किया। उन्होंने वहां की उत्पादन प्रक्रिया, कच्चे माल का उपयोग, और तकनीकी सुविधाओं का बारीकी से अध्ययन किया।
उन्होंने अधिकारियों और संस्थापक से जानकारी ली कि किस प्रकार फलों को प्रोसेस करके वाइन में बदला जाता है, और किन मानकों का पालन किया जा रहा है।
👨🌾 स्थानीय किसानों के लिए उम्मीद की किरण
इस वायनरी की शुरुआत से स्थानीय किसानों को सीधा फायदा होगा। अब तक आम जैसे फल केवल ताजे फल के रूप में ही बाजार में बिकते थे। अब किसानों के पास अपनी उपज को वाइनरी को बेचने का एक नया विकल्प होगा, जिससे उन्हें बेहतर दाम मिल सकते हैं।
इसके अलावा, वायनरी के संचालन में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
🤝 संस्थापक की भूमिका
इस पूरी परियोजना के पीछे कुंवर माधवेंद्र देव सिंह की अहम भूमिका रही है, जो इस वायनरी के संस्थापक हैं। उन्होंने इस परियोजना को शुरू करके न केवल उद्यमिता को बढ़ावा दिया है, बल्कि कृषि उत्पादों को मूल्यवर्धन देकर किसानों की स्थिति सुधारने की भी कोशिश की है।
🚀 भविष्य की संभावनाएं
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन इस प्रयास को एक मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में देख रहे हैं। यदि यह वायनरी सफल होती है, तो आने वाले समय में राज्य के अन्य जिलों में भी इसी तरह की यूनिट्स लगाई जा सकती हैं।
यह पहल उत्तर प्रदेश को कृषि आधारित उद्योग के क्षेत्र में एक नई पहचान दिला सकती है और राज्य को वाइन उद्योग के नक्शे पर ला सकती है।
Uttar Pradesh has inaugurated its first fruit winery in Malihabad under the name Ambrosia Nature Living LLP. The winery will use local fruits like mangoes to produce high-quality wine, aiming to double farmers’ income and promote rural entrepreneurship. The UP government has also announced a five-year excise duty exemption on fruit-based wine, encouraging agro-industrial growth and job creation. This initiative marks a significant step in developing the fruit wine industry in India, especially in agricultural states like Uttar Pradesh.
अगर आप यूपी के किसानों और युवा उद्यमियों के लिए अवसरों की तलाश कर रहे हैं, तो यह खबर उनके लिए एक नई आशा बन सकती है। यह मॉडल न केवल स्थानीय उपज को बाजार में नई पहचान दिलाएगा बल्कि प्रदेश को नए उद्योगों की ओर अग्रसर करेगा।