AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश पुलिस एक नए दौर में प्रवेश कर रही है। साल 2025 में शुरू हुई सबसे बड़ी पुलिस भर्ती की ट्रेनिंग अब शुरू हो चुकी है, जो आने वाले वर्षों में यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली को पूरी तरह बदलने वाली है। इस ऐतिहासिक भर्ती में 60,244 नए सिपाहियों की ट्रेनिंग शुक्रवार से पूरे प्रदेश के विभिन्न ट्रेनिंग सेंटरों में शुरू हो गई है।
हर थाने में मिलेंगे 25-25 सिपाही
जब इन सिपाहियों की ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी, तो प्रदेश के हर पुलिस थाने को 25 नए सिपाही मिलेंगे। इससे थानों की कार्यक्षमता और स्थानीय कानून-व्यवस्था में तेजी आएगी। ये सभी सिपाही अगले 30 से 40 सालों तक अपनी सेवाएं देंगे, जिससे यूपी पुलिस का आधार और मजबूत होगा।
तकनीकी और डिजिटल ट्रेनिंग पर विशेष फोकस
इन नवनियुक्त सिपाहियों को केवल परंपरागत पुलिसिंग ही नहीं सिखाई जाएगी, बल्कि इन्हें साइबर क्राइम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे आधुनिक तकनीकी विषयों में भी दक्ष किया जाएगा। इसके अलावा सोशल मीडिया के उपयोग और जिम्मेदार व्यवहार की भी जानकारी दी जाएगी। डीजीपी राजीव कृष्ण ने स्पष्ट किया कि पुलिस बल को तकनीकी रूप से अपडेट करना समय की मांग है।
डीजीपी की सख्त हिदायतें
डीजीपी राजीव कृष्ण ने शुक्रवार को सभी पुलिस कमिश्नरों, डीआईजी, आईजी और जिलों के कप्तानों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए एक समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने निर्देश दिए कि ट्रेनिंग के दौरान किसी भी तरह की कोताही न हो। उन्होंने यह भी कहा कि सिपाहियों को सोशल मीडिया की नीति स्पष्ट रूप से समझाई जाए और इसके लिए वीडियो क्लिप्स और डॉक्यूमेंट्स भी दिए जाएं।
ट्रेनिंग से आएगी व्यावसायिकता
डीजीपी ने यह भी कहा कि ये ट्रेनिंग सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि यूपी पुलिस में व्यवसायिकता और अनुशासन का नया युग लाने का अवसर है। उन्होंने अफसरों को यह भी सलाह दी कि वे खुद भी अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करें—बावर्दी चुस्त-दुरुस्त पहनें, सही आचरण रखें और सिपाहियों को प्रोफेशनलिज़्म का असली मतलब सिखाएं।
महिला रिक्रूटों की सुरक्षा प्राथमिकता
डीजीपी ने महिला प्रशिक्षण केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार विशाखा कमेटी हर महिला ट्रेनिंग सेंटर में बनाई जाए। साथ ही जरूरी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और महिला अफसर नियमित रूप से निरीक्षण करें ताकि महिला रिक्रूटों को कोई असुविधा न हो।
उत्तर प्रदेश पुलिस की यह ऐतिहासिक भर्ती और व्यापक ट्रेनिंग व्यवस्था राज्य की कानून-व्यवस्था को एक नया मुकाम देने वाली है। इससे न केवल थानों में सिपाहियों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि उनका पेशेवर रवैया, तकनीकी दक्षता और संवेदनशीलता भी पुलिसिंग को आधुनिक बनाएगी। आने वाले वर्षों में इन सिपाहियों की भूमिका यूपी को सुरक्षित और संगठित राज्य बनाने में अहम होगी।
The Uttar Pradesh Police has initiated its largest-ever recruitment training program in 2025 with over 60,244 new constables. This move will deploy 25 well-trained police officers in every police station across the state. These recruits will receive specialized training in Artificial Intelligence (AI), cybercrime, and social media policy, marking a significant step in the modernization of UP Police. This initiative is set to transform policing standards and ensure law enforcement in Uttar Pradesh remains future-ready and responsive.