UP Government’s Big Move for Women Empowerment: Yogi Directs Priority for Women in Home Guard and Teacher Recruitment
यूपी में महिला सशक्तिकरण की नई शुरुआत: होमगार्ड और शिक्षक भर्ती में मिलेगी महिलाओं को प्राथमिकता
AIN NEWS 1: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की महिलाओं के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य में होने वाली होमगार्ड और शिक्षक भर्तियों में महिलाओं को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी, ठीक उसी तरह जैसे पुलिस भर्ती में दी जाती है।
इस फैसले की घोषणा मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान की, जिसमें ‘महिला आर्थिक सशक्तिकरण सूचकांक’ (Women Economic Empowerment Index) की प्रस्तुति दी गई। यह सूचकांक योजना विभाग ने उदयती फाउंडेशन के सहयोग से तैयार किया है, जिसका मकसद है यह जानना कि राज्य की योजनाओं और कार्यक्रमों का वास्तविक लाभ महिलाओं को किस हद तक मिल रहा है।
क्या है महिला सशक्तिकरण सूचकांक?
इस सूचकांक के माध्यम से प्रदेश के सभी 75 जिलों में महिलाओं की स्थिति का मूल्यांकन पांच प्रमुख क्षेत्रों में किया गया है:
1. उद्यमिता (Entrepreneurship)
2. रोजगार (Employment)
3. शिक्षा और कौशल (Education & Skill Development)
4. आजिविका (Livelihood)
5. सुरक्षा और आवागमन (Safety & Mobility)
यह सूचकांक यह दिखाता है कि किन जिलों में महिलाएं सरकार की योजनाओं से अधिक लाभान्वित हुई हैं और किन जिलों में अभी भी सुधार की जरूरत है।
हर जिले को बनानी होगी अपनी रणनीति
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी जिलों को इस सूचकांक के अनुसार रणनीति बनानी होगी। सूचकांक को मुख्यमंत्री नियंत्रण कक्ष से जोड़ा जाएगा और सभी विभागों को इसे अपने नीति-निर्धारण और निगरानी का हिस्सा बनाना होगा।
सभी विभागों को निर्देश दिया गया कि वे महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए कार्य योजनाएं बनाएं और लागू करें। इससे योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर महिलाओं तक बेहतर तरीके से पहुंचेगा।
किस जिले का प्रदर्शन कैसा रहा?
बैठक में यह बताया गया कि लखनऊ, कानपुर नगर और वाराणसी जैसे जिलों ने इस दिशा में बेहतरीन काम किया है। वहीं श्रावस्ती, संभल, महोबा, बलरामपुर और सिद्धार्थनगर जैसे जिलों में महिलाओं की भागीदारी काफी कम रही है और वहां विशेष प्रयासों की जरूरत है।
ओडीओपी योजना के लिए विशेष अभियान
मुख्यमंत्री ने ‘ODOP (One District One Product) मार्जिन मनी योजना’ के तहत महिलाओं को विशेष लाभ देने के निर्देश दिए। इसके लिए बांदा, जालौन, जौनपुर, महोबा, श्रावस्ती और सीतापुर जिलों में विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
कौशल और शिक्षा को बढ़ावा
सीएम योगी ने तकनीकी संस्थानों, कौशल प्रशिक्षण केंद्रों और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही, जो महिलाएं बीच में प्रशिक्षण छोड़ चुकी हैं, उन्हें दोबारा जोड़ने के लिए हर जिले में पुनः नामांकन इकाई (Re-enrollment Unit) बनाई जाएगी।
पैरामेडिकल और हेल्थ सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए संस्थानों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
सार्वजनिक परिवहन में भी महिलाओं को अवसर
बैठक में चर्चा हुई कि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में महिलाओं को ड्राइवर और कंडक्टर जैसे पदों पर अवसर दिए जाएं। इसके लिए उन्हें विशेष प्रशिक्षण और प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “महिलाएं अगर योजनाओं की मूल शक्ति बनेंगी, तभी समाज और प्रदेश की प्रगति सुनिश्चित होगी। सभी विभाग इस सूचकांक को केवल दस्तावेज़ न मानें, बल्कि इसे लक्ष्य निर्धारण और क्रियान्वयन का आधार बनाएं।”
उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। शिक्षा, रोजगार, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के क्षेत्रों में महिलाओं को आगे लाकर सीएम योगी सरकार समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम कर रही है।
The Uttar Pradesh government has taken a landmark step toward women empowerment as CM Yogi Adityanath announced priority for women in upcoming Home Guard and teacher recruitments, similar to police hiring policies. A newly introduced Women Economic Empowerment Index will help track and improve the reach of government schemes for women across all 75 districts. The initiative aims to enhance female participation in education, skill development, security, and transportation, ensuring inclusive growth in UP.