AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच गठबंधन अंतिम रूप ले चुका है। 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले इन उपचुनावों के लिए दोनों दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। हाल ही में श्रीनगर में अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बीच इस गठबंधन को लेकर चर्चा हुई, जिससे उनकी जोड़ी फिर से सामने आएगी।
उपचुनाव की पृष्ठभूमि
उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, लेकिन फिलहाल 9 सीटों पर चुनावी कार्यक्रम घोषित किया गया है। मिल्कीपुर सीट पर एक न्यायालय में मामला लंबित है, जिसके कारण इस पर चुनाव नहीं हो पाएगा। आगामी उपचुनाव में सत्ताधारी एनडीए का मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन एकजुटता दिखाने के लिए तैयार है।
सीट बंटवारे की रणनीति
सपा और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर विचार-विमर्श जारी है। हाल में दोनों दलों के नेताओं की बैठक हुई, जिसमें गाजियाबाद सीट को कांग्रेस को देने की सहमति बन गई है। वहीं, खैर सीट को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है, जिससे यह सीट सपा के दावे के तहत होल्ड की गई है। कांग्रेस ने मीरापुर सीट की मांग की, लेकिन सपा ने इसे खारिज कर दिया।
सपा ने पहले से घोषित किए उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी ने 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी है। ये उम्मीदवार हैं:
करहल: तेज प्रताप यादव
सीसामऊ: नसीम सोलंकी
फूलपुर: मुस्तफा सिद्दीकी
मिल्कीपुर: अजीत प्रसाद
कटेहरी: शोभावती वर्मा
मंझवा: डॉ. ज्योति बिंद
चुनावी कार्यक्रम
उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 18 से 25 अक्टूबर तक चलेगी, जबकि मतदान 13 नवंबर को होगा। इस समय सीमा को देखते हुए सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन की तस्वीर जल्दी स्पष्ट होने की उम्मीद है।
निष्कर्ष
यूपी के उपचुनाव में सपा और कांग्रेस का गठबंधन सत्ताधारी एनडीए के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा तैयार कर सकता है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी, जो पहले भी कई चुनावों में साथ दिखाई दे चुकी है, इस बार भी मतदाताओं को एक नई दिशा दिखाने की कोशिश करेगी। राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए इन उपचुनावों में प्रतिस्पर्धा दिलचस्प होने की संभावना है।