AIN NEWS 1: लखनऊ में आयोजित द्वितीय ‘हिन्दू गौरव दिवस’ कार्यक्रम के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धेय कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह कार्यक्रम उनकी तृतीय पुण्यतिथि पर आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने उनकी सेवा, सुशासन और सामाजिक न्याय के प्रति योगदान को अत्यधिक सराहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ एक प्रेरणादायक नेता थे, जिन्होंने हमेशा जनहित के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कई महत्वपूर्ण विकास कार्य किए और समाज के हर वर्ग के उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए।
योगी आदित्यनाथ ने बाबूजी की ‘सेवा’ और ‘सुशासन’ की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में हर पल समाज की सेवा की। उनकी नीतियों और निर्णयों ने न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश में सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बाबूजी के द्वारा किए गए विकास कार्यों, उनके नेतृत्व की कुशलता और उनके सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बाबूजी की धरोहर को संजोने और उनके दिखाए मार्ग पर चलने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हिन्दू गौरव दिवस जैसे कार्यक्रम उनके योगदान को नई पीढ़ी के सामने लाने और समाज में उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में सामंजस्य और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हैं।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने भी बाबूजी की याद में श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने की शपथ ली। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि बाबूजी का योगदान समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणा स्रोत है और उनके कार्यों की प्रेरणा से समाज की प्रगति संभव है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंत में सभी से अपील की कि वे बाबूजी के दिखाए रास्ते पर चलें और समाज के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत रहें। उनके योगदान को याद करते हुए हम सभी को अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ करना चाहिए, ताकि उनके सपनों का भारत एक सशक्त और समृद्ध देश बन सके।
इस तरह, द्वितीय हिन्दू गौरव दिवस कार्यक्रम ने कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ के महान कार्यों को सम्मानित करने और उनके आदर्शों को जनमानस में स्थापित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया।