AIN NEWS 1 लखनऊ : प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने तबादला आदेश न मानने वाले एक पीसीएस अधिकारी शैलेंद्र प्रताप सिंह को अब निलंबित कर दिया है। गाजीपुर में ही उप जिलाधिकारी के पद पर तैनात रहे शैलेंद्र प्रताप सिंह का कुछ समय पहले वाराणसी में तबादला किया गया था। लेकीन उन्होंने अपने नए तैनाती स्थल पर जाकर पदभार ग्रहण ही नहीं किया था। इसके साथ साथ वह बिना बताए गायब भी चल रहे थे। जब नियुक्ति विभाग ने इस पूरे मामले की जांच की तो उन्हे दोषी पाते हुए बाद में उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में उनके पद से निलंबित कर दिया। इस मामले मे अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने मंगलवार को उनका निलंबन आदेश जारी कर दिए।
अब पदोन्नति के जरिए ही वन रक्षक बनने के लिए भी शिथिल होंगे नियम
वन विभाग में अब पदोन्नति के जरिए ही वन रक्षक बनने के लिए नियम जल्द शिथिल किए जाएंगे। प्रदेश सरकार की शारीरिक परीक्षा के लिए तय मानकों में भी राहत देने जा रही है। मंगलवार को भी उत्तर प्रदेश वन विभाग अवर अधीनस्थ (वन रक्षक और वन्य जीव रक्षक) सेवा नियमावली-2015, में भी संशोधन का प्रस्ताव मंगलवार को कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा। किंतु इसे अभी तक स्वीकृति नहीं मिल सकी है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में ही हुई एक कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को नए सिरे से भी तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस पूरे मामले में विभागीय सूत्रों के अनुसार, सरकार इसमें लंबाई के मानक को भी कम करने जा रही है। नियमों को भी काफ़ी शिथिल करने से रिक्त चल रहे वनरक्षक के पद भरे जाएंगे। नियमावली में भी संशोधन का प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा।