AIN NEWS 1 | दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित वैश्य भारती वैश्य संवाद और सम्मान समारोह ने पूरे समाज में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया। इस भव्य आयोजन में देशभर से आए प्रमुख हस्तियों और वैश्य समाज के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। समारोह का उद्देश्य था – समाज में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित करना और वैश्य समाज की एकता और मजबूती को और प्रखर बनाना।

समारोह का भव्य आगाज़
कार्यक्रम का उद्घाटन वैश्य भारती पत्रिका के राष्ट्रीय मुख्य संरक्षक सुनील मंगला ने किया। इस अवसर पर भारतीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुधांशु मित्तल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वैश्य भारती के चीफ एडिटर हितेष जिंदल ने की।

समारोह के दौरान वैश्य भारती पत्रिका के सितंबर विशेषांक का विमोचन भी किया गया, जिसे समाज के लिए एक प्रेरक और जानकारीपूर्ण अंक बताया गया।
31 हस्तियों को मिला राष्ट्रीय सम्मान
समारोह का सबसे खास क्षण वह था, जब अलग-अलग क्षेत्रों में समाज और देश का नाम रोशन करने वाले 31 प्रतिभाशाली व्यक्तियों को वैश्य भारती राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया। सम्मान पाने वालों में कई बड़ी हस्तियां शामिल थीं :
शतरंज की विश्व विजेता वंतिका अग्रवाल
किकबॉक्सिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाली प्रीशा गुप्ता
फार्टेशिया ग्रुप के एमडी संदीप मंगला
कोलन्स ग्रुप के लक्ष्य मंगला
बेंगलुरु से आई छाया गांधी (नारी शक्ति सम्मान)
“उदयपुर फाइल्स” फिल्म के प्रोड्यूसर अमित जानी
कारगिल युद्ध में हिस्सा लेने वाले दिव्यांग योद्धा संजीव गोयल
मुंबई से आईं निकिता गर्ग
ओलंपिक रेफरी राजेंद्र गर्ग
महिला उद्यमी रेणु गर्ग
समाजसेवी विनय सिंघल
सोनोटेक कंपनी के एमडी हंसराज रेल्हण
जी न्यूज़ के वरिष्ठ पत्रकार संदीप गुप्ता
इनके अलावा भी कई प्रतिभाशाली और समाजसेवी व्यक्तियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

सुधांशु मित्तल का संबोधन
समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए सुधांशु मित्तल ने कहा कि वैश्य समाज को राजनीतिक रूप से और अधिक सशक्त होने की आवश्यकता है। उन्होंने गर्व से बताया कि आज वैश्य समाज के युवा न केवल व्यापार और उद्योग में बल्कि खेलों के क्षेत्र में भी देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
उन्होंने वैश्य भारती पत्रिका के कार्यों की सराहना करते हुए कहा –
“लगातार दस साल तक वैश्य समाज की पत्रिका को चलाना आसान काम नहीं है। यह हिम्मत, समर्पण और सेवा की भावना का परिणाम है। मैं वैश्य भारती की पूरी टीम को शुभकामनाएं देता हूं और हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा।”

वैश्य भारती की यात्रा और योगदान
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हितेष जिंदल ने कहा कि वैश्य भारती पत्रिका पिछले एक दशक से समाज की आवाज़ और प्रेरणा का माध्यम बनी हुई है। उन्होंने बताया कि यह पत्रिका लगातार बढ़ रही है और उनका सपना है कि एक दिन वैश्य भारती पूरे विश्व में हर कोने तक पहुंचे।
वहीं, राष्ट्रीय मुख्य संरक्षक सुनील मंगला ने सभी अतिथियों और समाज के लोगों का आभार व्यक्त किया और अधिक से अधिक लोगों से वैश्य भारती से जुड़ने की अपील की।

कला और संस्कृति की झलक
समारोह में मनोरंजन और कला का भी विशेष आयोजन किया गया। बॉलीवुड कलाकार पवन श्रीवास्तव और उनकी टीम ने अपने शानदार गीतों से माहौल को खुशनुमा बना दिया।
साथ ही, पुरानी दिल्ली के प्रसिद्ध व्यंजनों का स्वाद लेकर सभी अतिथि मंत्रमुग्ध हो गए।
आयोजन का संयोजन और संचालन

इस भव्य कार्यक्रम का संयोजन युवा नितिन गोयल ने किया। जबकि मंच संचालन सीए सुशील तायल और होडल से आए महेश गौड़ ने संभाला। उनकी रोचक प्रस्तुति ने पूरे कार्यक्रम को जीवंत बनाए रखा।
वैश्य भारती का महत्व
वैश्य भारती केवल एक पत्रिका नहीं है, बल्कि यह समाज को जोड़ने और सशक्त बनाने का एक मजबूत माध्यम है। इसने समाज के होनहार लोगों को पहचान दिलाई है और युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करने में अहम भूमिका निभाई है।
समारोह ने यह संदेश दिया कि यदि समाज संगठित हो जाए तो हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
वैश्य संवाद और सम्मान समारोह ने यह साबित कर दिया कि वैश्य समाज न केवल व्यापार में बल्कि खेल, कला, समाजसेवा और पत्रकारिता जैसे विविध क्षेत्रों में भी अपनी छाप छोड़ रहा है।
सुधांशु मित्तल के शब्दों में – समाज की ताकत तभी बढ़ती है जब वह राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त हो। वैश्य भारती इसी दिशा में एक मजबूत कदम है, जो समाज को नई दिशा और पहचान दे रहा है।



















