AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के कानपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस का एक सिपाही ही थाने में चोरी करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। बता दें ग्वालटोली थाने में ही तैनात सिपाही पर अपनें गुर्गे के साथ मे ही थाने में सीज की गई कार का ही टायर चोरी करने का आरोप लगा है। इनोवा गार्ड सिपाही ने एक टायर चोरी किया फिर दूसरी गाड़ी की स्टेपनी से ही उसे बदल लिया। यह पूरी घटना थाने के सामने एडवोकेट शैवाल भारती के घर के बहार लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस फुटेज के आधार पर एक्स में ट्वीट करने के साथ ही इन एडवोकेट ने पुलिस कमिश्नर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी एक शिकायती प्रार्थना पत्र ईमेल कर दिया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद महकमे मे हड़कंप मच गया।
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कानपुर में ग्वालटोली थाने का सिपाही थाने में ही चोरी करते सीसीटीवी में कैद हो गया है। उसने थाने में सीज की गई कार का टायर चुराया है। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। डीसीपी ने एसीपी को जांच सौंपी है।#UPPolice #UPNews #Kanpur pic.twitter.com/IO0AsTt060
— yogesh hindustani (@yogeshhindustan) December 19, 2023
हालांकि AIN NEWS 1 इस वायरल वीडियो की किसी तरह से भी पुष्टि नहीं करता है। इस पूरे मामले में अब डीसीपी सैन्ट्रल ने एसीपी कर्नलगंज को जांच सौंपी है। अधिकारी के मुताबिक अब जांच रिपोर्ट के आधार पर ही इस मामले में कोई कार्रवाई की जाएगी।एडवोकेट शैवाल के द्वारा ही दिए गए शिकायती पत्र के मुताबिक ग्वालटोली पुलिस ने इस इनोवा गाड़ी को सीज किया था। 27 नवम्बर 2023 की रात क़रीब 1 से 2 बजे के बीच ग्वालटोली थाने में ही तैनात सिपाही एक दूसरी इनोवा कार (गोल्डन रंग) जिसमें सादी नम्बर प्लेट भी लगी थी और इसका नम्बर भी अधूरा लिखा हुआ था। उससे स्टेपनी निकलवाई और कार चालक को जाने को कह दिया।इंस्पेक्टर ग्वालटोली के कमरे के बगल वाले कमरे के बाहर ही दो ई रिक्शा भी खड़े थे। उस कमरे से ही दो लोग बाहर निकले और सिपाही की सहायता से उन्होने स्टेपनी लुढ़का कर थाने के बाहर ही खड़ी की गई इनोवा कार की तरफ ले गए। वहां पर उन्होने सीज कार का एक पहिया खोलकर उसे इस स्टेपनी से बदल दिया। जो पहिया कार से निकाला गया उसे इंस्पेक्टर के कमरे के बगल में ही रख दिया गया।डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार के अनुसार इस पुलिस कर्मी द्वारा टायर निकाल लेने की शिकायत जब संज्ञान में आई है। एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार को ही इस पूरे मामले की जांच सौंपी गई है। इस मामले में सारे तथ्यों को वेरीफाई कराया जा रहा है। रिपोर्ट के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान पुलिस को इतनी बार दी सूचना मगर कोई कार्रवाई नहीं
इन एडवोकेट के प्रार्थना पत्र के मुताबिक उन्होंने इसकी पूरी जानकारी एसओ ग्वालटोली को दी मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। 14 दिसम्बर को उन्होंने दोपहर 3:31 बजे फिर से उनके सीयूजी नम्बर पर गोल्डन कार को थाने के बाहर होने की जानकारी भी दी मगर पुलिस ने उस कार को वहा से हटवा दिया। एडवोकेट ने इस दौरान यह भी आरोप लगाया है कि गोल्डन रंग की कार को खुद एसओ ही चलाते हैं।