AIN NEWS 1: देश मे मंदिरों की नगरी वृंदावन में यमुना दर्शन के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को अब नौका विहार कराने के उद्देश्य से ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा प्रारंभ कराए जा रहे गरुड़ क्रूज का ट्रायल एक बार फिर शुक्रवार को पूरी तरह से विफल ही साबित हुआ। यमुना में पर्याप्त पानी के न होने के चलते ही गरुड़ क्रूज किनारे से कुछ दूर जाकर यमुना की बीच मे धारा में ही फंस गया। भरसक प्रयास के बाद भी उसे निकलने मे सफलता नहीं मिली। इस दौरान क्रूज से काला धुआं भी उठने लगा। ये देखकर क्रूज में सवार यात्रियों में काफ़ी ज्यादा हड़कंप मच गया। आनन-फानन में ही छोटी बोट (नाव) का सहारा लेकर उन्हें सुरक्षित ही यमुना तट पर उतर गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफ़ी ज्यादा वायरल हो रहा है।गौरतलब है कि श्रीधाम वृंदावन में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही प्रदेश सरकार की पहल पर ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा वृंदावन से गोकुल तक ही क्रूज संचालक को इस दौरान हरी झंडी दी गई थी। क्रूज के संचालन के लिए मथुरा क्रूज लाइंस को ही जिम्मेदारी सौंप गई थी। शुक्रवार को विधिवत रूप से अक्षय तृतीया के दिन गरुड़ क्रूज का विधिवत संचालन शुरू करने के उद्देश्य से ही ट्रायल होना था। इसके ट्रायल में शुक्रवार को क्रूज का संचालन फिर से विफल साबित हो गया।
जिसको लेकर लोगों में इसको चर्चा का विषय बना रहा। लोगों का कहना था कि एक और तो प्रदेश सरकार यमुना में इस तरह से क्रूज संचालन पर अड़ी हुई अगला वहीं दूसरी ओर यमुना में इसके लिए पर्याप्त जल ही नहीं है। प्रदूषित यमुना स्थिति इस समय बहुत दयनीय हो चुकी है।सरकार को क्रूज संचालन से पहले ही अब यमुना की स्थिति को सुधारने पर भी पूरी तरह ध्यान देना चाहिए। वहीं मथुरा क्रूज लाइंस के डायरेटर ललित गुप्ता ने इस पूरे घटनाक्रम मे कहा कि यमुना में कूज फंसने की जांच भी कराई जाएगी। किन कारण से क्रूज बीच यमुना में इस तरह से फंस गया। यह पूरा पता लगाया जाएगा। ग्रुप मैनेजर राहुल शर्मा ने भी इस मामले मे बताया कि प्रथम दृष्टया पर्याप्त पानी न होने की वजह से ही क्रूज यमुना की बालू में फंस गया। सफल संचालन के लिए जल्द ही दोबारा से प्रयास किया जाएगा। बता दें कि पहली बार हुए इस ट्रायल में भी क्रूज के आगे का कुछ हिस्सा टूट गया था। उसकी मरम्मत के बाद क्रूज को दूसरे ट्रायल के लिए ही शुक्रवार को यमुना मे अगला ट्रायल के लिए ही उतारा गया था।