AIN NEWS 1 शामली, 15 अक्टूबर: शामली में रविवार रात एक युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह युवक दरोगा के घर प्रेमिका के साथ ठहरा हुआ था। इस मामले में पुलिस ने दरोगा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और सात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
घटना का विवरण
बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र के मुंडाखेड़ी गांव का निवासी 20 वर्षीय दीपक, जो कि एक किशोरी के साथ प्रेम संबंध में था, 12 अक्टूबर को अपने घर से गायब हो गया था। किशोरी के परिवार ने दीपक के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने उनकी बेटी का अपहरण किया है।
पुलिस ने दरोगा सुनील और अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर दीपक और उसकी प्रेमिका को अंबाला से बरामद किया। इसके बाद, दरोगा ने दीपक को अपने पैतृक घर दयानंदनगर में ठहराया, जहां संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई।
गिरफ्तारी और आरोप
मृतक के पिता अरविंद कुमार की शिकायत पर पुलिस ने दरोगा सुनील, कांस्टेबल राजीव, महिला कांस्टेबल अन्नू, नाबालिग लड़की और उसके पिता चुनमुन, चाचा सुनील उर्फ सोनू कुमार, तथा ममेरे भाई कपिल कुमार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
पुलिस ने दरोगा सुनील, लड़की के पिता, चाचा और ममेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग लड़की को मेरठ में बाल सुधार गृह भेजा गया है। वहीं, दो आरोपी पुलिसकर्मी, अन्नू और राजीव, अभी भी फरार हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दीपक की मौत का कारण फांसी लगाना बताया गया है। जबकि दीपक के परिवार वाले पुलिस और लड़की के परिजनों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
अंतिम संस्कार और परिवार की स्थिति
दीपक का अंतिम संस्कार मंगलवार को मुंडाखेड़ी गांव में तनाव और हंगामे के बीच हुआ। परिवार ने पहले कहा कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आएगी, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ नोकझोंक भी हुई।
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने समझाइश देकर परिवार को शांत किया और अंततः मंगलवार दोपहर दो बजे दीपक का अंतिम संस्कार किया गया।
आगे की कार्रवाई
कोतवाल समयपाल अत्री ने कहा कि अन्य फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से गांव को छावनी में तब्दील कर दिया था।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे पुलिस की कार्यप्रणाली और व्यक्तिगत मामलों में सुरक्षा का महत्व है। स्थानीय पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की कोशिश कर रही है।
सारांश: यह मामला न केवल प्रेम संबंधों के जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि पुलिस विभाग की जिम्मेदारियों और कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा करता है। मामले की जांच जारी है और स्थानीय समुदाय की नजरें न्याय की ओर टिकी हुई हैं।