Ainnews1.Com : धार। मध्य प्रदेश के धार जिले के गांव सिरसौदा के विनोद चौहान मालामाल हो गये । वो भी गेहूँ की फसलों के एक ही सीजन में। विनोद के खेत में उपजे गेहूं की एक साथ 12 राज्य मे मांग हो रही हैं। वजह ये है कि विनोद ने परंपरागत खेती की बजाय लीक से हटकर खेती करने की सोची ।
दरअसल, विनोद ने सामान्य गेहूं की बजाय काले गेहूं की खेती करने का प्लान बनाया , जिसने इनको बहुत फायदा हुआ इनकी किस्मत बदल गई । काला गेहूं सोना बन गया। किसान विनोद चौहान ने अपनी 20 बीघा ज़मीन में काला गेहूं बो दिया था। जब फसल पककर तैयार हुआ तो विनोद चौहान की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा, क्योंकि अब उनके पास इस दुर्लभ काले गेहूं को खरीदने वालों की 12 राज्यों से डिमांड आनी शुरू हो गई ।मीडिया से बातची में विनोद चौहान बताते हैं कि उन्होंने अपनी बीस बीघा जमीन में पांच क्विंटल काला गेहूं का बीज की बुवाई की थी।
जिससे 200 क्विंटल काले गेहूं की बंपर पैदावार हुई है। इस गेहूं को खरीदने के लिए उनके पास कई राज्यों से बार बार कॉल आ रहे हैं, क्योंकि काला गेहूं में सामान्य गेहूं से ज्यादा आयरन पाया जाता है। यह ज्यादा पौष्टिक होता है। यही वजह है कि काला गेहूं सामान्य गेहूं से दोगुनी कीमत पर काफ़ी बिक रहा है।यह लीक से हटकर काले गेहं की खेती करने का तरीका विनोद चौहान ने यू-ट्यूब के चैनल से सीखा। विनोद खेती में कुछ अलग करना काफ़ी समय से चाहते थे। यू-ट्यूब पर इन्हें काले गेहूं की खेती के बारे में पता चला तो इन्होने ये खेती करने की सोची । इसके बाद विनोद ने कृषि विशेषज्ञों से सम्पर्क साधा । और बीस बीघा से काले गेहूं की खेती की शुरुआत कर दी।मध्य प्रदेश कृषि विभाग के उप संचालक आरएल जामरे ने बताया हैं कि काले गेहूं की बुवाई की प्रक्रिया अभी तो खुद कृषि विभाग ने भी शुरू नहीं की थी । विनोद चौहान ने इस खेती को अपनाया है। परिणाम बेहद शानदार रहे हैं। ऐसे में कृषि विभाग ही अब किसान विनोद चौहान से काले गेहूं की खेती के गुर सीखेगा। यह गेहूं डायबिटीज वाले लोगों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है।