AIN NEWS 1: जान ले तुर्की के लिए छह फरवरी 2023 का दिन काफ़ी ज्यादा मनहूस साबित हुआ जब तड़के जोरदार भूकंप ने देश को काफ़ी ज्यादा झंझोर कर रख दिया। तुर्की के अलावा सीरिया में भी भूकंप से हुई काफ़ी ज्यादा तबाही हर तरफ नजर आ रही है। रिक्टर स्केल पर इस भयानक भूकंप की तीव्रता 7.8 थी और इसका केंद्र पूर्वी तुर्की का गाजियाटेंप प्रांत रहा था। लेकिन ये झटके कई और प्रांतों में भी महसूस किए गए। इस भूकंप में कई बड़ी बिल्डिंग्स भी ताश के पत्तों की तरह गिर कर बिखर गई हैं। उत्तर-पश्चिम तुर्की में साल 1999 में आए भयानक शक्तिशाली भूकंप में करीब 18,000 लोग उस समय मारे गए थे। यह भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पश्चिम एशिया बर्फीले तूफान की काफ़ी ज्यादा चपेट में है जिसके गुरुवार तक जारी रहने के पूरे आसार हैं।तुर्की के लिए छह फरवरी 2023 का दिन काफ़ी ज्यादा मनहूस साबित हुआ जब तड़के जोरदार भूकंप ने देश को झंझोर कर रख दिया। तुर्की के अलावा सीरिया में भी भूकंप से हुई तबाही हर तरफ नजर आ रही है। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी और इसका केंद्र पूर्वी तुर्की का केन्द्र गाजियाटेंप प्रांत था।
जाने 1700 बिल्डिंग्स मलबे में तब्दील
स्पेक्टेटर इंडेक्स की तरफ से ट्वीट कर बताया गया है कि भूकंप की वजह से तुर्की की करीब 1700 इमारतें पूरी तरह ढह गईं। तुर्की के उप राष्ट्रपति फुअत ओकतायस की तरफ से भी इसकी पुष्टि की गई। उन्होंने बताया कि 10 प्रभावित प्रांतों में 1700 इमारतें ढह गईं और कम से कम 2300 लोग घायल हुए हैं।जो वीडियो आ रहे हैं उन्हें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि भूकंप कितना ज्यादा शक्तिशाली रहा होगा। कंक्रीट की बनीं बिल्डिंग्स ऐसे हिल रही थीं मानों की कोई खिलौना हिला रहा है। राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने ट्विटर पर बताया कि भूकंप के बाद तुरंत राहत और बचाव की टीमों को उधर रवाना कर दिया गया है। एर्दोगन ने उम्मीद जताई कि जानमाल के कम से कम नुकसान के साथ हम इस आपदा से मिलकर बाहर निकलेंगे।
जाने कई देशों तक इसका असर
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की तरफ से बताया गया है कि भूकंप का केंद्र नूरदागी था। भूकंप की वजह से तुर्की और सीरिया में 641 लोगों की मौत हो गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है लेकिन मलबा इतना ज्यादा है कि बचे हुए लोगों को तलाशने में राहतकर्मियों के काफ़ी पसीने छूट रहे हैं। यह भूकंप इतना जोरदार था कि इस झटके साइप्रस, मिस्र, लेबनान, इजरायल, फिलीस्तीन और इराक तक में महसूस किए गए थे। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं।
जाने मलबे में दबे कई लोग
आंशिक रूप से ढह गई इमारतों के अंदर फंसे लोग व सड़कों पर मौजूद लोग मदद की गुहार लगाते नजर आए। इस भूकंप के झटके काहिरा तक महसूस किए गए। इसका केंद्र सीरियाई सीमा से करीब 90 किलोमीटर दूर गजियांतेप शहर के उत्तर में था। अतमेह कस्बे के चिकित्सक मुहीब कदौर ने कहा, ‘ हमें सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। हम बेहद दबाव में हैं।’ भूकंप के बाद भी करीब 20 झटके महसूस किए गए, जिनमें से सबसे शक्तिशाली झटका 6.6 की तीव्रता का था।
जाने सीरिया में भी तबाही
तुर्की की आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने पहले बताया था कि सात प्रांतों में कम से कम 76 लोग की अब तक मौत हुई है, जबकि 440 लोग घायल हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का हवाला देते हुए सीरियाई सरकारी मीडिया ने बताया कि सोमवार को आए भूकंप से सीरिया सरकार नियंत्रण वाले इलाकों में 237 लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब 630 लोग घायल हुए हैं। विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में कम से कम 47 लोगों के मारे जाने की खबर है। उत्तर पश्चिम सीरिया में विपक्ष के सीरियन सिविल डिफेंस ने विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में स्थिति को ‘विनाशकारी’ बताते हुए कहा कि इमारतें ढहने से कई लोग मलबे में दब गए हैं। सीरियन सिविल डिफेंस ने लोगों से इमारतों से बाहर खुले स्थान पर रहने को कहा है।
जाने सीरिया के 1.7 मिलियन लोग खतरे में
सीरिया में भूकंप उत्तर-पश्चिमी सीमा से करीब 50 किलोमीटर दूर आया। यहां पर 1.7 मिलियन अविस्थापित सीरियाई नागरिक कई कैंप्स में रह रहे हैं। ये कैंप्स ऐसे इलाकों में हैं जहां राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार और विद्रोहियों के बीच संघर्ष अभी जारी है। घायलों का आंकड़ा बाब अल-हवा अस्पताल में चल रहा है। यह अस्पताल सीरिया के इदलिब प्रांत में है जिसका बॉर्डर तुर्की से सटा है।