AIN NEWS 1: गाजियाबाद से मेरठ के बीच चलने वाली नमो भारत ट्रेन में हुई एक शर्मनाक और गंभीर घटना ने यात्रियों की सुरक्षा और सार्वजनिक मर्यादा को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। चलती ट्रेन के भीतर एक प्रेमी युगल द्वारा की गई अश्लील हरकत का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। यह घटना 24 नवंबर की बताई जा रही है, जिसके चार अलग-अलग वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो चुके हैं।
दुहाई स्टेशन से सवार हुआ था युगल
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह प्रेमी युगल गाजियाबाद के दुहाई स्टेशन से नमो भारत ट्रेन में सवार हुआ था। ट्रेन में चढ़ते ही दोनों ने अपनी सीट पर बैठकर आपत्तिजनक हरकतें शुरू कर दीं। उस समय कोच में यात्रियों की संख्या कम थी, जिससे दोनों बेखौफ होकर यह कृत्य करते रहे।
बताया जा रहा है कि युवती स्कूल की ड्रेस में थी, जबकि युवक सामान्य कपड़ों में उसके साथ बैठा हुआ था। दोनों मेरठ साउथ स्टेशन तक इसी तरह की हरकतें करते रहे। कोच में लगे सीसीटीवी कैमरों ने पूरी घटना को रिकॉर्ड कर लिया।
चार वीडियो हुए वायरल, मचा हड़कंप
शुक्रवार देर रात इस घटना से जुड़े चार वीडियो इंटरनेट मीडिया पर सामने आए। वीडियो सामने आते ही लोगों में नाराजगी फैल गई। सार्वजनिक परिवहन में इस तरह की अश्लीलता को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई लोगों ने इसे यात्रियों की सुरक्षा और सामाजिक मूल्यों पर हमला बताया।
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन और पुलिस महकमे में हलचल तेज हो गई। मामला गंभीर होने के चलते गाजियाबाद और मेरठ पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पुष्टि
जांच के दौरान नमो भारत ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। फुटेज में साफ तौर पर यह देखा गया कि दोनों युवक-युवती चलती ट्रेन की सीट पर आपत्तिजनक स्थिति में बैठे हुए थे। इससे यह स्पष्ट हो गया कि वीडियो किसी अफवाह का हिस्सा नहीं बल्कि वास्तविक घटना से जुड़े हैं।
कर्मचारी की बड़ी गलती, नौकरी से निष्कासन
इस पूरे मामले में एक और गंभीर पहलू सामने आया। जांच में यह बात उजागर हुई कि ट्रेन से जुड़े एक कर्मचारी ने इस घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को देने के बजाय, मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड कर उसे इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया।
इस लापरवाही और नियमों के उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए संबंधित कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से सेवा से निष्कासित कर दिया गया है। एनसीआरटीसी (NCRTC) ने साफ किया है कि किसी भी कर्मचारी को इस तरह की रिकॉर्डिंग या वीडियो वायरल करने का अधिकार नहीं है।
पुलिस और सीआईएसएफ की संयुक्त जांच
गाजियाबाद और मेरठ पुलिस के साथ-साथ नमो भारत की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) भी इस मामले की जांच कर रहा है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि एसपी क्राइम के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई है।
प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि घटना स्थल गाजियाबाद क्षेत्र में आता है, इसलिए कानूनी कार्रवाई भी उसी आधार पर आगे बढ़ाई जा रही है। पुलिस ने दोनों की पहचान से जुड़ी प्रारंभिक जानकारी जुटा ली है और आगे की विधिक प्रक्रिया जारी है।
एनसीआरटीसी का बयान
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने कहा कि नमो भारत जैसी आधुनिक और सुरक्षित परिवहन व्यवस्था में इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ट्रेन में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल मिल सके।
सार्वजनिक परिवहन में जिम्मेदारी जरूरी
यह घटना केवल कानून-व्यवस्था का मामला नहीं है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी से भी जुड़ी हुई है। सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते समय यात्रियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे शालीनता और मर्यादा का पालन करें।
विशेषज्ञों का मानना है कि वायरल वीडियो पर ध्यान देने के साथ-साथ ऐसी मानसिकता पर भी सवाल उठने चाहिए, जो सार्वजनिक स्थानों को निजी व्यवहार का मंच बना देती है।
आगे क्या?
पुलिस जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यह मामला नमो भारत जैसी हाई-प्रोफाइल परियोजना में सुरक्षा और निगरानी तंत्र को और मजबूत करने की जरूरत को भी रेखांकित करता है।
प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा, सम्मान और विश्वास सर्वोपरि है और किसी भी तरह की अश्लील या गैर-जिम्मेदाराना हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
A disturbing incident inside the Namo Bharat semi-high-speed train has sparked serious concerns over passenger safety and public decency. The couple, who boarded the train from Duhai station in Ghaziabad, was captured on CCTV engaging in an indecent act. Multiple viral videos triggered a joint investigation by Ghaziabad and Meerut police, along with CISF and NCRTC officials. The Namo Bharat train incident has raised questions about security monitoring, staff responsibility, and public behavior in modern mass transit systems.



















