Ainnews1.com: बताते चले अंग्रेजी में एक कहावत है. All that glitters is not gold. मतलब हर चमकने वाली चीज सोना नहीं होती. ऐसे ही हर रील या शॉर्ट्स आपके काम का हो, यह भी जरूरी नहीं है. सिर्फ एक मिनट या 90 सेकंड में जो बताया जाए, वो हमेशा कारगर होता तो क्या बात होती. ऐसे ही एक सलाह के चक्कर में हमारे एक दोस्त का लैपटॉप ही बोल गया. दिक्कत की बात ये है कि बड़े-बड़े टेक दिग्गज ये सलाह देते फिर रहे हैं. क्या है ये पूरा मामला और कैसे बचना है आपको आईए जानते है. हम बताते हैं. सोशल मीडिया पर आपने कई बार दर्जनों ऐसे वीडियो देखे होंगे, जिसमें बताते हैं कि ऐसा कर लो तो आपका स्मार्टफोन फास्ट हो जाएगा. वैसा कर लो, तो आपका लैपटॉप रॉकेट की स्पीड से ज्यादा तेज चलेगा. अब ऐसे ही एक सलाह को मानकर हमारे दोस्त ने अपने लैपटॉप में कुछ सेटिंग्स ही बदल डालीं. लैपटॉप की स्पीड तो नहीं बढ़ी लेकिन सर्विस सेंटर पर नोट देने की स्पीड खूब बढ़ गई. आप में से भी बहुत सारे लोगों ने ऐसे वीडियो देखे होंगे. नहीं देखे तो बस ऐप पर लैपटॉप स्पीड टाइप करके देख लीजिए. लैपटॉप मे एक प्रोसेसर होता है, जिसको आम भाषा में आप सिस्टम का ही दिमाग कह सकते हैं. अगर प्रोसेसर को राजा मान लिया जाए. तो कोर उसके प्यादे समझ लीजिए. जब भी प्रोसेसर के पास कोई काम आता है, तो प्रोसेसर उन्हें कोर में बांट देता है. अगर आपका प्रोसेसर Dual Core है, तो उसका मतलब है आपके प्रोसेसर के दो प्यादे हैं. quad core होगा तो 4 और Octa Core में 8 प्यादे राजा का हुकुम बजाने के लिए. कोर का काम सिर्फ प्रोसेसर का काम हल्का करना है. कोर बढ़ाने का लैपटॉप की स्पीड से कोई भी लेना देना नहीं है.ऐसा ही एक वीडियो आजकल बहूत वायरल है. इस वीडियो में कई सारे टेक एक्सपर्ट ये बोलते दिख रहे हैं कि इस ट्रिक से आपका पुराना विंडोज़ लैपटॉप फास्ट हो जाएगा. उनके मुताबिक अपने विंडोज़ लैपटॉप की एडवांस्ड सेटिंग्स में जाकर कोर (core) की संख्या को बढ़ा दीजिए. इसके बाद आपका लैपटॉप रॉकेट हो जाएगा. ये एक स्कैम है, फर्जीवाड़ा है. ये नहीं करना चाहिए . नहीं करना मतलब नहीं करना. अब ऐसा क्यों है, वो जानने के पहले जरा ये समझ लीजिए कि कोर क्या बला है.ये फीचर तो ट्रबलशूटिंग या डीबगिंग के लिए इस्तेमाल होता है, वो भी किसी एक्सपर्ट के द्वारा. बोले तो जब कभी आपके लैपटॉप में कोई दिक्कत आएगी, तो सर्विस सेंटर वाले ही इसका इस्तेमाल करते हैं. अगर जो आपने ये सेटिंग्स ऑन कर दीं, तो लैपटॉप बेचारा स्लो हो जाएगा. ऐसा करने से वो हर काम के लिए कोर सर्च करेगा जो असल में है ही नहीं. आपका विंडोज़ लैपटॉप खुद में इतना समझदार होता है कि उसको पता होता है क्या करना है और क्या नहीं. कितने कोर इस्तेमाल करने हैं और कितने नहीं. कंपनियां सालों की मेहनत और रिसर्च पर करोड़ों खर्च करके यह एक प्रोडक्ट बनाती हैं. जो अगर सिर्फ एक मिनट में उनकी कायापलट हो सकती, तो कसम से मौज आ जाती एचबी. इसलिए ऐसे जुगाड़ों से दूर रहिए. कोई दिक्कत आ रही तो कंपनी की वेबसाइट, सर्विस सेंटर या उनके अधिकृत एक्सपर्ट से ही बात कीजिए.