AIN NEWS 1: देश के राज्य कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक अच्छी जीत दर्ज करने वाली एकमात्र मुस्लिम महिला विधायक कनीज फातिमा ने अब दावा किया कि कांग्रेस हिजाब पर लगा हुआ बैन हटा देगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के बनते ही पहली कैबिनेट मीटिंग में हिजाब पर लगे बैन और मुस्लिमों को मिलने वाले आरक्षण को भी वापस लाने का प्रस्ताव पास होगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस की इकलौती मुस्लिम महिला विधायक कनीज फातिमा ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ भी काफी ज्यादा मुखरता से अपनी पूरी बात रखती हैं. गुलबर्गा नॉर्थ सीट से विधायक बनी फातिमा ने बीजेपी के प्रत्याशी चंद्रकांत पाटिल को करीब तीन हजार वोटों से मात दी थी. कर्नाटक चुनाव से पहले ही बीजेपी ने मुस्लिमों को मिलने वाले आरक्षण को खत्म कर लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय के कोटे को भी बढ़ा दिया था.
जान ले यह हिजाबी महिला यूं बनीं कांग्रेस से विधायक
जब कनीज फातिमा को कांग्रेस पार्टी नेतृत्व ने 2018 में ही कर्नाटक विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए कहा तो वह बेहद चौंक गई थीं. छह बार विधायक और दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके उनके पति कमर उल इस्लाम का निधन हुए अभी पूरा एक साल भी तो नहीं हुआ था. वहीं, यह हिजाब पहनने वाली एक मुस्लिम महिला भारत में चुनावी राजनीति की एक मात्र पोस्टर फिगर नहीं बन सकती थी. इसके बावजूद भी कनीज गुलबर्गा उत्तर विधानसभा सीट से ही अपना चुनाव लड़ने के लिए सहमत भी हो गईं.गुलबर्गा उत्तर की सीट पर वैसे तो उनके दिवंगत पति कमर उल इस्लाम का ही पूरे तीन दशकों तक कब्जा रहा था. इस सीट से अपनी जीत हासिल कर वह कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में एकमात्र ऐसी मुस्लिम महिला विधायक बन गईं. कर्नाटक चुनाव 2023 में कनीज फातिमा की राह बिलकुल भी आसान नहीं रही. बीजेपी ने इस गुलबर्गा उत्तर सीट पर अपना पूरा जोर लगाया. वहीं, कनीज की जेडीएस और एआईएमआईएम समेत मुस्लिम समुदाय के नौ अन्य उम्मीदवारों से भी चुनावी इस बार चुनावी जंग थी. इस जीत के बाद उन्होंने कहा भी था कि जब कई सारे मुसलमान प्रत्याशी एक ही मुस्लिम आबादी वाली सीट पर अपना चुनाव लड़ते हैं तो यह जीत हासिल करना आसान नहीं होता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी भी यहां अपने अभियान में काफी ज्यादा सक्रिय थी. खासकर जब उन्होंने देखा था कि मैं हिजाब प्रतिबंध के मुद्दे पर कितनी ज्यादा मुखर थी. उन्हें पता था कि वोटरों के ध्रुवीकरण के लिए यह एक बहुत अच्छा मुद्दा हो सकता है.