UP Politics: उत्तर प्रदेश में फिर से बनेगा महागठबंधन? क्या कांग्रेस भी होगी शामिल, क्या बता रही है अखिलेश यादव की नर्मी?

0
241

AIN NEWS 1 लोकसभा चुनाव 2024: कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections) में बीजेपी (BJP) को एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. हालाकि पार्टी के सभी दिग्गजों ने अपने पूरे जोरशोर से यहां चुनाव प्रचार किया लेकिन यह भी पार्टी को जीत नहीं दिला सकते. हालांकि कांग्रेस (Congress) की इस जीत के बाद से कई बीजेपी की विरोधी पार्टियों के सुर अब पूरी तरह से बदले हुए से नजर आ रहे हैं. तमाम पार्टियां ही अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का पूरा पूरा साथ देने का संकेत भी देने लगी हैं. दरअसल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव अब यूपी में लोकसभा चुनाव से पहले ही नए गठबंधन की अटकलों पर विराम लगाते हुए नजर आ रहे थे. इतना ही नहीं उन्होंने बीते महीनों में ही कांग्रेस के पुराने गढ़ रहे अमेठी और रायबरेली में भी उम्मीदवार उतारने के साफ़ संकेत तक दे दिए थे. लेकिन अब उनके सुर काफ़ी ज्यादा बदले हुए नजर आने लगे हैं. सपा प्रमुख पर कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट का रंग कुछ इस कदर चढ़ने लगा है. उनका रुख अब कांग्रेस को लेकर काफ़ी ज्यादा नरम होते नजर आ रहा है.

भारतीय रेलवे Tatkal Ticket : रेलवे काउंटर क्यों जल्दी बुक हो जाता है तत्काल टिकट? मोबाइल-लैपटॉप में पूरी कोशिश के बाद भी… 

 

भारतीय रेलवे Tatkal Ticket : रेलवे काउंटर क्यों जल्दी बुक हो जाता है तत्काल टिकट? मोबाइल-लैपटॉप में पूरी कोशिश के बाद भी…

जाने क्या दिए हैं संकेत?

इसका पूरा अंदाजा अखिलेश यादव के हालिया दिए बयान से ही लगाया जा सकता है. ये बयान उन्होंने कर्नाटक चुनाव का रिजल्ट आने के बाद ही दिया है. अखिलेश यादव के इस बयान के आधार पर अब यूपी में फिर से एक बड़ा महागठबंधन बनने की अटकलें तेज हो गई है. सपा प्रमुख अब अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ जाने को भी राजी होते नजर आ रहे हैं. उन्होंने अभी से ही कांग्रेस को समर्थन देने के संकेत भी दे दिए हैं. इसके अखिलेश यादव के रुख में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है. हालांकि इससे पहले उन्होंने कहा था, “लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी यूपी में अब किसी भी दल के साथ कोई भी गठबंधन नहीं करेगी. अब पार्टी अपने वर्तमान सहयोगियों के साथ अच्छा तालमेल कर चुनाव लड़ेगी.” सपा प्रमुख के इस नए बयान से राज्य में किसी नए गठबंधन की अटकलों पर पूरी तरह से विराम लग गया था. हालांकि अब फिर से उन्होंने अपने बयान से विपक्षी एकता को मजबूत करने वाले कई संकेत दिए हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here