दिल्ली एनसीआर:हवाला के ज़रिए Black Money को किसानों के बैंक खाते में जमा किया जाता था, कितना बड़ा है कांड?

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AIN NEWS 1 नोएडा: सेक्टर-18 से सोमवार को पकड़े गए 50 लाख कैश के मामले में अब इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है। हवाला रैकेट के ही दो एजेंट और पटना के कारोबारी के मैनेजर से मिले कैश को लेकर की गई पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। सूत्रों की माने तो दिल्ली से ही चल रहा था यह हवाला का पूरा रैकेट यहां कैश लेकर बदले में बताए गए अकाउंट में आरटीजीएस के जरिए रकम को ट्रांसफर करता है। इसके बदले क़रीब 20 प्रतिशत रकम ली जाती है। वहीं, 30 प्रतिशत रकम देने पर यह रैकेट सीधे ऐसे बैंक अकाउंट भी उपलब्ध करा देता है, जिनमें बड़ी रकम पड़ी होती है। ये बैंक अकाउंट किसी ट्रस्ट के साथ मंडियों में कारोबार करने वाले किसानों के ही होते हैं। फिर इन अकाउंट के संचालन के लिए ही डेबिट कार्ड और साइन की हुई चेकबुक भी सौंप दी जाती है। ट्रस्ट और किसानों के इन अकाउंट की लिमिट काफ़ी ज्यादा होती है। इस तरह से रैकेट के पास जो भी ऐसे अकाउंट हैं, वो इस उपयोग के लिए ही अलग-अलग राज्यों से खुलवाए गए होते हैं।

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नोएडा आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने ही सोमवार रात से सेक्टर-20 के थाने में पहुंच कर अपनी जांच शुरू कर दी थी। रातभर आयकर विभाग के अधिकारियों ने कैश के साथ पकड़े गए पटना के कारोबारी संजीव के मैनेजर और दिल्ली के हवाला कारोबारी के दोनों एजेंट से पूरी रात कड़ी पूछताछ की। इस दौरान आयकर के यहां डिप्टी डायरेक्टर भी मौजूद रहे। सूत्रों की माने तो अब तक हुई पुलिस, आयकर, आईबी की पूछताछ में दिल्ली के हवाला रैकेट से जुड़े दो नाम तो सामने आए हैं। इसमें पहला नाम एक महिला का है जो सोनू मल बताया जा रहा है। दूसरा एक नाम विक्रम सेठी का इसमें सामने आया है। सोमवार को जो दो एजेंट सेक्टर-18 से पकड़े गए उनमें विनय सोनू मल के लिए ही काम करता हैऔर विक्रम सेठी के लिए काम अरविंद करता है। फेसबुक पर बने हुए एक पेज के बाद संजीव की बात सोनू मल से हुई थी। सोनू ने ही उसे नोएडा बुलाया था। और संजीव अपने मैनेजर कुमार आर्यन के साथ मे कैश लेकर नोएडा आया था। फिर वह वहा से वापस चला गया था। कुमार आर्यन और हवाला से जुड़े दिल्ली के दोनों एजेंट की डील होने से पहले पुलिस ने एक रेस्तरां के बाहर से सोमवार को उन्हे पकड़ लिया था। बाकी कुछ नाम भी सामने आए हैं जिनके लिए पुलिस टीमें अभी भी लगी हुई हैं।

इस मामले में आयकर खंगाल रहा व्यापारी के दूसरे बैंक अकाउंट

पकड़े गए कुमार आर्यन से पूछताछ के आधार पर यह तो साफ माना जा रहा है कि 50 लाख कैश जो की अकाउंट में लिया जाना था वह पटना के व्यापारी संजीव कुमार का ही था। संजीव को तेल और ट्रांसपोर्ट कारोबार से जुड़ा हुआ भी बताया जा रहा है। जांच में आयकर विभाग इस संजीव कुमार के सभी बैंक अकाउंट खंगाल रहा है। सूत्रों की माने तो अब तक की जांच में यह सामने आया है कि यह गतिविधि एक बहुत बड़े स्कैम का हिस्सा है। सोनू मल के बारे में भी आयकर टीमें अभी पूरी जांच कर रही हैं। आयकर की 4-5 टीमें डिप्टी डायरेक्टर की अगुवाई में ही यह पूरा रैकेट खोलने में लगी हुई हैं।

जान ले गंदे से एक झोले में पकड़े हुए थे 50 लाख रुपये

पुलिस को इस मामले में सूचना हवाला रैकेट से जुड़े एजेंट और कालेधन के रूप में ही कैश लेकर उसे व्हाइट करने आए कुछ युवक की गतिविधियों के आधार पर मिली थी। सूत्रों की माने तो सोमवार सुबह से ही कुमार आर्यन सेक्टर-27 के जिस होटल में रुका हुआ था, वहां से 3 बार वह बाहर निकला। उसके एक हाथ में चमचमाता ट्रॉली बैग था, दूसरे हाथ में एक बहुत गंदा सा झोला था। वह तीनों बार सेक्टर-18 के एक रेस्तरां में आया। यहीं पर ही हवाला से जुड़े दिल्ली के एजेंट आए और फिर कोई बात न बनने पर वह वापस गए। यह भी वहा से वापस होटल में ही जा रहा था। पुलिस के मुखबिर ने जब इस घटनाक्रम को देखा और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दी थी। फिर टीम ने इस आरोपियों को घेरकर पकड़ा था।

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