AIN NEWS 1 | नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 140 से अधिक गांवों के किसानों के विरोध-प्रदर्शन के पीछे कई मुख्य कारण हैं। इनमें से एक मुख्य कारण है नोएडा व ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण (यूपीडीए) द्वारा उनकी ज़मीनों का अधिग्रहण।
किसानों का कहना है कि यूपीडीए द्वारा उनकी ज़मीनों का अधिग्रहण के बदले मुआवज़ा और अन्य सुविधाओं के लिए वादा किया गया था, लेकिन वादा पूरा नहीं किया गया। इसके अलावा, उन्हें विकसित भूखंड का केवल 10% हिस्सा दिया गया जबकि वे अधिकतम हिस्सा चाहते थे।
इस बजाय, पुलिस ने संसद भवन की ओर मार्च कर रहे किसानों को नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया है। इस स्थिति में किसान संगठनों और सरकार के बीच संवाद की जरूरत है ताकि समस्या का समाधान निकाला जा सके।