Indian Government Cuts Natural Gas Prices After Two Years, Relief for Common Man
सरकार ने नेचुरल गैस की कीमतों में कटौती की, सीएनजी-पीएनजी सस्ती होने की उम्मीद
AIN NEWS 1: सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत देते हुए प्राकृतिक गैस की कीमतों में कटौती की है। इस कटौती का असर सीएनजी, पीएनजी, बिजली और उर्वरक जैसे आवश्यक सेवाओं की कीमतों पर भी पड़ेगा। यह फैसला देश की अर्थव्यवस्था और आम आदमी के खर्च दोनों के लिए सकारात्मक माना जा रहा है।
क्यों अहम है यह फैसला?
भारत सरकार ने दो साल में पहली बार एपीएम (APM – Administered Price Mechanism) श्रेणी की प्राकृतिक गैस की कीमत में कमी की है। यह गैस मुख्य रूप से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों जैसे ओएनजीसी (ONGC) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) के पुराने क्षेत्रों से प्राप्त होती है।
इस गैस का उपयोग कई महत्वपूर्ण कार्यों में होता है, जैसे:
सीएनजी (CNG): वाहनों के ईंधन के रूप में
पीएनजी (PNG): घरों तक पाइप से रसोई गैस की आपूर्ति
उर्वरक उत्पादन
बिजली उत्पादन
इसलिए इसकी कीमत में कोई भी बदलाव सीधे आम जनता और उद्योगों को प्रभावित करता है।
क्या है नई कीमत?
पेट्रोलियम मंत्रालय के अधीन पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (PPAC) ने एक अधिसूचना जारी की है जिसमें कहा गया है कि:
पहले APM गैस की कीमत $6.75 प्रति MMBtu थी
अब इसे घटाकर $6.41 प्रति MMBtu कर दिया गया है
यह कमी अप्रैल 2023 में लागू की गई नई मूल्य निर्धारण नीति के बाद पहली बार की गई है।
किसे होगा फायदा?
इस कदम से उन कंपनियों को सीधा लाभ होगा जो शहरी गैस वितरण का काम करती हैं, जैसे:
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL)
महानगर गैस लिमिटेड (MGL)
अडानी टोटल गैस लिमिटेड
इन कंपनियों की उत्पादन लागत घटेगी, जिससे:
सीएनजी और पीएनजी उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी
उर्वरक उद्योग और बिजली उत्पादकों की लागत भी कम होगी
आम जनता को कम कीमत पर रसोई गैस और वाहनों का ईंधन मिल सकेगा
कीमत कैसे तय होती है?
सरकार ने अप्रैल 2023 में एक नई मूल्य निर्धारण प्रणाली लागू की थी। इसके अनुसार:
APM गैस की कीमत कच्चे तेल के मासिक औसत आयात मूल्य के 10% के बराबर तय की जाती है
इसके लिए एक न्यूनतम सीमा $4 प्रति MMBtu और अधिकतम सीमा $6.5 प्रति MMBtu तय की गई थी
दो साल तक अधिकतम सीमा में बदलाव नहीं होना था
इसके बाद हर साल $0.25 की दर से वृद्धि होनी थी
इस नीति के अनुसार, अप्रैल 2025 तक अधिकतम सीमा बढ़कर $6.75 प्रति MMBtu हो गई थी। लेकिन अब पहली बार इसमें कटौती की गई है, जिससे संकेत मिलता है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है।
अर्थव्यवस्था पर क्या असर?
इस कीमत कटौती का असर सीधे महंगाई पर भी पड़ेगा:
ईंधन सस्ता होगा तो परिवहन की लागत घटेगी
उर्वरक सस्ते होंगे तो किसानों को लाभ मिलेगा
बिजली उत्पादन सस्ता होगा तो आम उपभोक्ताओं का बिजली बिल घट सकता है
इसका असर खाद्य पदार्थों और अन्य जरूरी वस्तुओं की कीमतों पर भी पड़ सकता है, जिससे महंगाई को काबू करने में मदद मिलेगी।
सरकार का यह कदम एक ऐसे समय में आया है जब महंगाई और उत्पादन लागत दोनों चिंता का विषय बने हुए हैं। प्राकृतिक गैस की कीमतों में यह कटौती न सिर्फ सीएनजी और पीएनजी उपभोक्ताओं को राहत देगी, बल्कि उद्योगों को भी सस्ता इनपुट उपलब्ध कराएगी। इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।
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The Indian government has announced a major cut in APM natural gas prices for the first time in two years, reducing the cost from $6.75 to $6.41 per MMBtu. This decision will lower the production cost of CNG (Compressed Natural Gas) and PNG (Piped Natural Gas), benefiting companies like Indraprastha Gas, Mahanagar Gas, and Adani Total Gas. It is expected to bring down the prices of cooking gas, vehicle fuel, fertilizers, and electricity, offering direct relief to the common man. The price revision follows a new formula implemented in April 2023 to link gas prices with crude oil benchmarks.