AIN NEWS 1 संभल: यूपी के संभल जिले में शनिवार को जिलाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर बिजली चेकिंग अभियान चलाया गया। यह अभियान समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के क्षेत्र में संचालित हुआ। इस दौरान 49 स्थानों पर बिजली चोरी के मामले पकड़े गए, जिनमें चार मस्जिदें और एक मदरसा भी शामिल थे।
कैसे हुआ खुलासा?
शनिवार सुबह 5 बजे से शुरू हुए इस अभियान में डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ बिजली विभाग के अधिकारी शामिल हुए। दीपा सराय, खग्गू सराय, रायसत्ती रोड और नखासा तिराहा जैसे इलाकों में छापेमारी की गई। यहां 49 स्थानों पर कटिया कनेक्शन के जरिए बिजली चोरी पकड़ी गई।
मस्जिद और मदरसे में अवैध बिजली सप्लाई
अधिकारियों ने पाया कि चोरी की गई बिजली का उपयोग न केवल मस्जिदों और मदरसे में हो रहा था, बल्कि इसे आसपास के लगभग 100 घरों में भी सप्लाई किया जा रहा था। इस बिजली चोरी से बिजली विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
कितना जुर्माना तय हुआ?
बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने बताया कि 49 मामलों में 130 किलोवाट बिजली की चोरी पकड़ी गई। विभाग ने इसका आकलन कर 1.30 करोड़ रुपये का जुर्माना तय किया है। रिपोर्ट तैयार हो चुकी है और जल्द ही जुर्माने की वसूली शुरू की जाएगी।
सख्त कार्रवाई की तैयारी
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मस्जिदों और मदरसे से जुड़े मामले पर विशेष नजर रखी जा रही है, क्योंकि इन स्थानों पर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी के प्रमाण मिले हैं।
बिजली विभाग का संदेश
इस छापेमारी से यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि बिजली चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग ने जनता से अपील की है कि वे वैध तरीके से बिजली कनेक्शन लें और किसी भी प्रकार की चोरी से बचें।
संभल में हुए इस बड़े अभियान ने बिजली चोरी के मामलों को उजागर किया है। अब आरोपियों पर जुर्माने की वसूली और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इसे भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।