मामले का पूरा घटनाक्रम
AIN NEWS 1: बेंगलुरु के एआई सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष (34) ने हाल ही में आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने 90 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया और 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा। इसमें उन्होंने घरेलू कलह और ससुराल वालों द्वारा परेशान किए जाने को अपनी मौत की वजह बताया। अतुल का घर बिहार के समस्तीपुर में है।
आरोपों के घेरे में पत्नी और ससुराल
अतुल ने वीडियो और सुसाइड नोट में अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनके ससुराल वाले उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे और झूठे केस दर्ज करवा रहे थे।
निकिता का बयान: खुद को बताया पीड़ित
कई दिनों तक फरार रहने के बाद पुलिस ने निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। पूछताछ में निकिता ने खुद पर लगे सभी आरोपों को नकार दिया और दावा किया कि उल्टा उनके पति ही उन्हें परेशान करते थे। निकिता ने कहा, “मैं पिछले तीन साल से अतुल से अलग रह रही थी। अगर मैं उन्हें पैसे के लिए परेशान करती, तो उनसे दूर क्यों रहती?”
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
बेंगलुरु पुलिस ने निकिता को गुरुग्राम से और उनकी मां व भाई को प्रयागराज से गिरफ्तार किया। तीनों को बेंगलुरु लाकर अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया को अग्रिम जमानत दे दी।
अतुल के आरोप और सुसाइड नोट की अहम बातें
अतुल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी पत्नी और ससुराल वाले उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। उन्होंने आठ झूठी पुलिस शिकायतों और जौनपुर के एक पक्षपाती फैमिली कोर्ट जज का जिक्र भी किया। अतुल ने अपने माता-पिता से माफी मांगते हुए लिखा कि वह बुढ़ापे में उनकी देखभाल नहीं कर सके।
न्याय की मांग
अतुल के परिवार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल, निकिता और उनके परिवार के सदस्यों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
यह मामला घरेलू कलह और दहेज प्रताड़ना जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर करता है। आत्महत्या के पीछे के सटीक कारण और दोषियों की पहचान के लिए न्यायिक प्रक्रिया पर सबकी नजरें टिकी हैं।