Greater Ghaziabad Formation Survey Begins: Khoda, Loni, Dasna to be Merged with 150+ Wards
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद को और अधिक विकसित बनाने के लिए ग्रेटर गाजियाबाद बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद अब जिला प्रशासन और नगर निगम ने इस योजना पर अमल शुरू कर दिया है। इसके तहत खोड़ा, कनावनी, लोनी, डासना नगर पंचायत और मुरादनगर के कुछ गांवों को मिलाकर ग्रेटर गाजियाबाद का नक्शा तैयार किया जा रहा है।
📍 कौन-कौन से इलाके होंगे शामिल?
1. खोड़ा नगर पालिका – वर्तमान में 34 वार्ड
2. लोनी नगर पालिका परिषद – 55 वार्ड
3. डासना नगर पंचायत – 25 वार्ड
4. मुरादनगर नगर पालिका – 25 वार्ड (सभी नहीं होंगे शामिल)
5. सटे हुए गांव – शहरी सीमा से लगे कुछ गांव शामिल किए जाएंगे
इन सभी क्षेत्रों के नक्शे निकालकर नगर निगम की वर्तमान सीमा से मिलाया जा रहा है ताकि ग्रेटर गाजियाबाद की नई सीमा तय की जा सके।
🧭 सीमा निर्धारण का तरीका
प्रशासन के अनुसार ग्रेटर गाजियाबाद की सीमा सड़क मार्ग और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के आधार पर तय की जाएगी। यह देखा जा रहा है कि किन गांवों और वार्डों को शामिल करने से क्षेत्र का संतुलित विकास हो सकता है।
📊 कितने वार्ड बन सकते हैं?
संभावना है कि खोड़ा, लोनी, डासना और मुरादनगर के कुछ हिस्सों को मिलाकर 150 से 175 वार्ड बनाए जा सकते हैं। यह नए परिसीमन (delimitation) के आधार पर तय होगा, जिसमें प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या और क्षेत्रफल को ध्यान में रखा जाएगा।
🛠️ विकास की उम्मीद
अभी तक इन क्षेत्रों में नगर निगम की सीमाओं से बाहर होने की वजह से पर्याप्त विकास नहीं हो पाया है। खोड़ा जैसे इलाके, जो शहर के बीचों-बीच हैं, फिर भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। ग्रेटर गाजियाबाद बनने के बाद वहां पेयजल, सीवरेज, सड़क, स्ट्रीट लाइट, आदि जैसी बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए बजट और योजनाएं लागू होंगी।
🗣️ प्रशासन की प्रतिक्रिया
दीपक मीणा (जिलाधिकारी) ने कहा,
“मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्रेटर गाजियाबाद की रूपरेखा तैयार करने के लिए सर्वे शुरू करवा दिया गया है। जल्द ही प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। इससे तय होगा कि कौन से क्षेत्र कितनी सीमा तक इसमें आएंगे।”
सर्वे की रिपोर्ट तैयार होगी
शामिल क्षेत्रों की अंतिम सूची बनाई जाएगी
जनसंख्या के अनुसार वार्डों का पुनर्गठन (परिसीमन) किया जाएगा
अंत में नगर निगम का विस्तारित ढांचा राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित होगा
🏙️ ग्रेटर गाजियाबाद: क्यों जरूरी है?
इन क्षेत्रों को नगर निगम का हिस्सा बनाना विकास को गति देगा
एकीकृत प्रशासन से बजट और योजनाओं का सही क्रियान्वयन होगा
मूलभूत सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा
ट्रैफिक, कचरा प्रबंधन और शहरी नियोजन बेहतर होगा
ग्रेटर गाजियाबाद बनने की प्रक्रिया अब औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है। सर्वे और नक्शों के आधार पर जल्द ही एक नई नगर निगम इकाई तैयार होगी, जिससे खोड़ा, लोनी, डासना और आसपास के इलाकों को विकास की नई दिशा मिलेगी।
The Uttar Pradesh government has initiated a strategic move to create Greater Ghaziabad by merging major regions like Khoda, Loni, Dasna Nagar Panchayat, and parts of Muradnagar into the Ghaziabad Municipal Corporation. As per the Greater Ghaziabad Survey launched under CM Yogi Adityanath’s directions, the new region is expected to consist of 150 to 175 wards, significantly boosting urban development and improving civic infrastructure across the newly added areas.