AIN NEWS 1 | अमेरिका में खालिस्तानी अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप में अभियुक्त बनाए गए पूर्व भारतीय सरकारी कर्मचारी विकास यादव के परिवार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि अमेरिकी सरकार सच्चाई छिपा रही है और उनके बेटे का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
सुदेश यादव का बयान
विकास यादव की 65 वर्षीय मां सुदेश यादव ने मीडिया में आई रिपोर्ट्स पर चिंता जाहिर करते हुए कहा, “वह हमेशा देश के लिए काम करता रहा है। मुझे नहीं पता कि अमेरिकी सरकार सच्चाई बता रही है या नहीं, लेकिन मेरा बेटा देश के लिए काम कर रहा था।”
गांव के रिश्तेदारों ने किया बचाव
हरियाणा के प्राणपुरा गांव में रहने वाले विकास यादव के रिश्तेदारों ने भी अमेरिकी आरोपों को खारिज किया। उनके चचेरे भाई ने कहा, “इतना पैसा कहां से आएगा? क्या आप यहां कोई महंगी कार देख रहे हैं? हमारे पास ऐसी साजिश रचने के संसाधन नहीं हैं।” एक अन्य रिश्तेदार ने बताया कि विकास ने कभी इस साजिश के बारे में परिवार को नहीं बताया।
परिवार को विकास का कोई सुराग नहीं
परिवार का कहना है कि उन्हें विकास के ठिकाने की कोई जानकारी नहीं है। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि विकास भारत में हैं, और अमेरिका उनका प्रत्यर्पण चाहता है। विकास यादव के पिता का 2007 में निधन हो चुका है और उनका भाई हरियाणा पुलिस में कार्यरत है। एक चचेरे भाई अमित यादव ने कहा, “केवल भारत सरकार और विकास ही जानते हैं कि सच्चाई क्या है।”
अमेरिकी न्याय विभाग के आरोप
अमेरिकी न्याय विभाग ने विकास यादव पर खालिस्तानी नेता पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विकास भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के अधिकारी थे। हालांकि, भारत सरकार ने कहा है कि विकास अब सरकारी कर्मचारी नहीं हैं। उनके परिवार का कहना है कि उन्हें विकास की नौकरी और साजिश के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत सरकार की ओर से इस मामले पर कोई औपचारिक बयान नहीं आया है। लेकिन विकास यादव के परिवार का दावा है कि सच्चाई कुछ और है और उनके बेटे पर लगे आरोप निराधार हैं।