बरेली में असिस्टेंट कमिश्नर पर 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप, जांच शुरू?

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Bareilly Assistant Commissioner Accused of Bribery, Investigation Begins

बरेली में असिस्टेंट कमिश्नर पर रिश्वत का आरोप, सरकार ने दिए जांच के आदेश

AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में सरकारी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आईएएस अधिकारी अभिषेक पर कार्रवाई के बाद अब बरेली में राज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। इस मामले को लेकर व्यापारी वर्ग में आक्रोश है और बरेली से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मचा हुआ है।

व्यापारी का आरोप: रिश्वत के लिए लगाया झूठा बकाया

बरेली के सिविल लाइंस आवास विकास में रहने वाले मिठाई कारोबारी रोहित खंडेलवाल, जो “ग्लोरी फर्म” के मालिक हैं, ने असिस्टेंट कमिश्नर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, 2020-21 में उनकी फर्म का टर्नओवर 92.50 लाख रुपये था, जिसकी पूरी जांच हो चुकी थी। पाँच फरवरी को राज्य कर विभाग ने शून्य बकाया का आदेश भी जारी कर दिया था। इसके बावजूद, एक असिस्टेंट कमिश्नर ने दोबारा जांच शुरू कर 4.53 लाख रुपये का बकाया दिखा दिया।

व्यापारी के मुताबिक, जब उन्होंने इस फैसले पर आपत्ति जताई, तो अधिकारी ने उनसे मामला निपटाने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जब उन्होंने रिश्वत देने से इनकार कर दिया, तो अधिकारी ने एकतरफा आदेश पारित कर दिया और व्यापारी के खाते से 23,893 रुपये काट लिए।

शिकायत के बाद सरकार ने दिए जांच के आदेश

इस मामले में व्यापारी ने राज्य सरकार के प्रमुख सचिव और राज्य कर आयुक्त एम. देवराज से शिकायत की। शिकायत मिलने के बाद, एम. देवराज ने एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन दिनेश कुमार मिश्रा से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी।

एडिशनल कमिश्नर ने तुरंत एक कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए। साथ ही, व्यापारी ने एसएसपी से भी संपर्क कर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।

मंत्री से भी की गई शिकायत

व्यापारी रोहित खंडेलवाल ने वनमंत्री डॉ. अरुण कुमार से भी मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई। मंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं।

क्या होगा आगे?

अब जांच कमेटी पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर रही है। यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो असिस्टेंट कमिश्नर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

यह मामला सरकारी अधिकारियों में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों को उजागर करता है। व्यापारी वर्ग इस तरह की घटनाओं से चिंतित है और सरकार से पारदर्शिता की मांग कर रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच के बाद क्या कदम उठाए जाते हैं।

A businessman in Bareilly has accused a State Tax Department Assistant Commissioner of demanding a ₹50,000 bribe to settle a false tax due of ₹4.53 lakh. The incident has caused a stir from Bareilly to Lucknow, prompting an official investigation. The businessman, owner of Glory Firm, had previously received a zero dues certificate, yet the officer reinitiated the case, allegedly to extract a bribe. After refusing to pay, his account was deducted ₹23,893 without consent. The businessman has filed complaints with the State Tax Commissioner, Principal Secretary, and SSP. A committee has been set up to probe the matter, and strict action is expected if the allegations are proven true.

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