Saturday, January 4, 2025

बरेली: मुस्लिम समाज ने खुद ही तोड़ा अवैध मस्जिद का हिस्सा, प्रशासन की कार्रवाई से पहले लिया कदम?

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AIN NEWS 1: बरेली के मीरगंज थाना क्षेत्र के तिलमास गांव में मुस्लिम समाज ने खुद ही विवाद से बचने के लिए तालाब की जमीन पर बनी एक अवैध मस्जिद के हिस्से को तोड़ने का कदम उठाया। यह कदम प्रशासन की जांच के बाद उठाया गया, जिसमें यह पाया गया कि मस्जिद का कुछ हिस्सा सरकारी तालाब की जमीन पर बना हुआ था।

मस्जिद का निर्माण और प्रशासन की कार्रवाई

कुछ दिन पहले, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से यह शिकायत आई थी कि तिलमास गांव में तालाब की जमीन पर एक मस्जिद का निर्माण किया गया है। इसके बाद, प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू की। तहसील प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा, जहां पाया गया कि मस्जिद का एक हिस्सा सरकारी तालाब की जमीन पर बना हुआ है। इसके बाद, गांव में पुलिस तैनात की गई और प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू की।

मुस्लिम समाज का सकारात्मक कदम

इस मामले में प्रशासन ने रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी, जिससे मुस्लिम समाज में कुछ बेचैनी फैल गई। इसके बाद, मुस्लिम समुदाय के आधा दर्जन लोग उप जिलाधिकारी से मिले और उन्होंने प्रशासन से यह साफ कर दिया कि वे स्वयं ही मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने के लिए तैयार हैं। इस पर प्रशासन ने पूरी तरह से समर्थन दिया और मुस्लिम समाज ने अपने कदम को मजबूती से उठाया। पिछले दो दिनों से, मुस्लिम समाज के लोग खुद ही मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने का काम कर रहे हैं।

क्या है मस्जिद की स्थिति?

गांव तिलमास में बनी मस्जिद का पिछला हिस्सा तालाब के किनारे था, जहां नमाजी लोग बजू करने के लिए तालाब के पानी का उपयोग करते थे। तालाब के पानी की वजह से मस्जिद की दीवार जर्जर हो गई थी, जिसे सुरक्षित बनाने के लिए कुछ पिलर खड़े करके लेंटर डाला गया था। यह निर्माण किसी खतरे से बचने के लिए किया गया था, ताकि नमाजी लोग किसी प्रकार की दुर्घटना का शिकार न हों।

प्रशासन और मुस्लिम समाज की बातचीत

एसडीएम तृप्ति गुप्ता ने मीडिया को बताया कि मुस्लिम समाज के लोगों ने प्रशासन से मिलकर मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने की सहमति जताई थी। इस समय गांव में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है, और मस्जिद के अवैध हिस्से को बिना किसी विवाद के हटाया जा रहा है।

इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि मुस्लिम समाज ने विवादों से बचने और प्रशासन के आदेशों का पालन करने का सकारात्मक प्रयास किया है। प्रशासन की जांच और मुस्लिम समाज का सहयोग इस मामले को सुलझाने में सहायक साबित हुआ।

 

 

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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