AIN NEWS 1: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर रक्षा मंत्रालय (MoD) के सभी सचिवों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं और सुधारों की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में यह फैसला लिया गया कि 2025 को रक्षा मंत्रालय में ‘सुधारों का वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों को तकनीकी दृष्टि से उन्नत, बहुआयामी संचालन के लिए तैयार और युद्ध के लिए सक्षम बनाना है।
बैठक में यह तय किया गया कि 2025 में रक्षा मंत्रालय के विभिन्न सुधारों को तेजी से लागू किया जाएगा ताकि भारतीय सेना की युद्ध क्षमता में वृद्धि हो और यह भविष्य के युद्ध परिदृश्यों के लिए तैयार हो सके। रक्षा मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आने वाले समय में सशस्त्र बलों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना जरूरी है ताकि वे मल्टी-डोमेन (बहुआयामी) और इंटीग्रेटेड ऑपरेशंस (एकीकृत संचालन) में सफलता प्राप्त कर सकें।
मुख्य सुधार क्षेत्रों पर चर्चा:
रक्षामंत्री की बैठक में कुछ मुख्य क्षेत्रों की पहचान की गई, जिन पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इन क्षेत्रों में प्रमुख हैं:
1. तकनीकी उन्नति और आधुनिकीकरण: भारतीय सशस्त्र बलों के उपकरणों और तकनीकी संसाधनों के उन्नतीकरण पर जोर दिया जाएगा ताकि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकें।
2. कर्मचारी भर्ती और प्रशिक्षण: सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया में सुधार लाने और उनके प्रशिक्षण को समकालीन युद्ध विधाओं के अनुसार अनुकूलित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
3. रक्षा उत्पादन और आत्मनिर्भरता: भारत को रक्षा उपकरणों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अंतर्गत रक्षा उद्योगों के साथ साझेदारी को बढ़ावा देना और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना शामिल है।
4. सुरक्षा ढांचे का सुधार: भारतीय सशस्त्र बलों के सुरक्षा ढांचे को सशक्त बनाने के लिए नीतियों और प्रक्रियाओं में सुधार किया जाएगा।
5. संविधान और कानून में बदलाव: रक्षा क्षेत्र से जुड़े कानूनों और नियमों को अद्यतन किया जाएगा, ताकि वे आधुनिक युद्ध और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों से मेल खाते हों।
रक्षामंत्री ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि 2025 के अंत तक ये सुधार सक्रिय रूप से लागू हो जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि ये बदलाव भारतीय सशस्त्र बलों को न केवल अपने वर्तमान कार्यों में अधिक सक्षम बनाएंगे, बल्कि उन्हें भविष्य में सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार करेंगे।
रक्षामंत्री का यह कदम भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत और कार्यकुशलता को और बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। 2025 का वर्ष भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण बदलाव और सुधार लेकर आएगा, जो देश की सुरक्षा को मजबूत करेगा और उसे वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में एक अग्रणी शक्ति के रूप में स्थापित करेगा।