Dr. Rohini Accuses MP Chandrashekhar Azad of Exploitation, Vows to Take Revenge
डॉ. रोहिणी का आरोप: नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने किया मानसिक और भावनात्मक शोषण
AIN NEWS 1: इंदौर की रहने वाली और पीएचडी धारक डॉ. रोहिणी घावरी इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। उन्होंने नगीना से सांसद और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पर गंभीर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
डॉ. रोहिणी का दावा है कि वह एक सफाई कर्मचारी की बेटी हैं और अपनी मेहनत के बल पर स्विट्जरलैंड तक पहुंचीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक विस्तृत पोस्ट साझा कर अपने साथ हुए मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक शोषण का आरोप चंद्रशेखर आजाद पर लगाया।
तीन साल का रिश्ता और दर्दनाक अंत
डॉ. रोहिणी ने बताया कि जब वह स्विट्जरलैंड में पढ़ाई कर रही थीं, तभी उनकी मुलाकात चंद्रशेखर से हुई। यह रिश्ता करीब तीन साल तक चला। इस दौरान, उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर और उनके परिवार ने उनका शोषण किया। उन्होंने लिखा, “अगर चंद्रशेखर सांसद नहीं बनते, तो आज वह मेरे साथ स्विट्जरलैंड में होते।”
न्याय की लड़ाई का ऐलान
अपनी पोस्ट में डॉ. रोहिणी ने कहा, “मैं अन्य पीड़ित बेटियों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ूंगी। अब मैं चुप नहीं बैठूंगी। बदला लेकर रहूंगी।” उन्होंने चंद्रशेखर को “विक्टिम नंबर-3” कहकर संबोधित किया और दावा किया कि वह सच्चाई को बेहतर जानती हैं, क्योंकि वह खुद इसका अनुभव कर चुकी हैं।
“मिशन नहीं, दलाली चल रही थी”
डॉ. रोहिणी ने खुलासा किया कि चुनाव से पहले भाजपा की ओर से नोटों से भरे बैग भेजे जाते थे। इससे उन्हें समझ में आ गया था कि यह कोई सामाजिक आंदोलन नहीं, बल्कि दलाली और राजनीतिक खेल है। उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रशेखर जैसे लोग मिशन के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
“12 साल की बच्ची तक को नहीं छोड़ा”
सबसे चौंकाने वाला आरोप यह था कि चंद्रशेखर ने एक 12 वर्षीय बच्ची तक के जीवन से खिलवाड़ किया। रोहिणी ने कहा कि ऐसे कई मामले हैं, जिनमें युवतियों का भविष्य खराब हुआ है और उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चंद्रशेखर चाहते थे कि वह उनकी “क्राइम पार्टनर” बनें, लेकिन उन्होंने अपने जमीर को नहीं बेचा।
जबरन शादी और बेटा भी दूर
रोहिणी ने दावा किया कि चंद्रशेखर ने उन्हें ट्रेन से अपने गांव ले जाकर अपने भाई से जबरन शादी करवा दी। इसके बाद उनका एक बेटा भी हुआ, लेकिन अब न तो वह बेटा उनसे मिल सकता है और न ही उन्हें अपनी जिंदगी खुद से जीने दी जाती है। उन्होंने कहा कि वह एक सच्ची औरत हैं, जो किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं सहेंगी।
“भाजपा की मेहरबानी से सांसद बने, नेता नहीं”
चंद्रशेखर को लेकर डॉ. रोहिणी ने लिखा कि वह भाजपा की मेहरबानी से सांसद बने हैं, लेकिन लीडर बनने के लायक नहीं हैं। उन्होंने आशंका जताई कि भाजपा 2027 तक उन्हें इस्तेमाल करके बाहर का रास्ता दिखा देगी, क्योंकि वह दलित-मुस्लिम वोटों के बंटवारे के लिए केवल एक मोहरा हैं।
“तीन जून – एक मनहूस दिन”
डॉ. रोहिणी ने तीन जून को अपने जीवन का सबसे मनहूस दिन बताया, जब वह पहली बार चंद्रशेखर के संपर्क में आई थीं। उनका कहना है कि वह उस दिन को कभी नहीं भूल पाएंगी और यही से उनका दुःस्वप्न शुरू हुआ।
सांसद का जवाब – “बात नहीं करनी”
इस पूरे मामले में जब मीडिया ने नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद से प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने इस मामले पर चुप्पी साध ली है, जिससे मामले को और गंभीरता मिल रही है।
डॉ. रोहिणी द्वारा लगाए गए आरोप न केवल व्यक्तिगत हैं, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक सवाल भी खड़े करते हैं। अगर आरोप सच हैं तो यह मामला केवल एक महिला के साथ हुए शोषण का नहीं बल्कि सत्ता और प्रभाव के गलत इस्तेमाल का उदाहरण बनता है। वहीं चंद्रशेखर की चुप्पी इन आरोपों को और भी गंभीर बना रही है। आने वाले समय में यह देखना होगा कि क्या डॉ. रोहिणी को न्याय मिलेगा और क्या इस मामले में कोई निष्पक्ष जांच होगी।
Dr. Rohini Ghawari, a PhD holder and daughter of a sanitation worker from Indore, has accused Nagina MP and Bhim Army founder Chandrashekhar Azad of severe personal exploitation. Through an emotional post on X, she has exposed alleged physical and emotional abuse, misuse of political influence, and claimed that the MP ruined many lives, including hers. The controversy involving MP Chandrashekhar Azad and Dr. Rohini has triggered widespread debate on social media, especially regarding power misuse and justice for women.