Former US Official Slams Pakistan After Pahalgam Terror Attack, Calls Army Chief a Terrorist
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर भड़के पूर्व अमेरिकी अधिकारी, सेना प्रमुख को बताया आतंकवादी
AIN NEWS 1: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के बाद दुनिया भर से पाकिस्तान की आलोचना हो रही है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें कई पर्यटक शामिल थे। इस घटना के बाद अमेरिका के पूर्व रक्षा विभाग (पेंटागन) अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के सीनियर फेलो माइकल रुबिन ने पाकिस्तान और उसकी सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पाक सेना प्रमुख की तुलना बिन लादेन से
माइकल रुबिन ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की तुलना सीधे अल-कायदा के मारे जा चुके आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन से कर दी। उन्होंने कहा, “मुनीर महल में रहता है और बिन लादेन गुफा में छिपा था, बस यही अंतर है।” उन्होंने अमेरिका से अपील की कि पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन करने वाला देश घोषित किया जाए और असीम मुनीर को एक आतंकवादी के रूप में चिन्हित किया जाए।
“सुअर को लिपस्टिक लगा दो, वो सुअर ही रहेगा”
रुबिन ने पाकिस्तान की सच्चाई पर कटाक्ष करते हुए कहा, “आप सुअर पर लिपस्टिक लगा सकते हैं, लेकिन वह सुअर ही रहेगा। इसी तरह, चाहे पाकिस्तान खुद को कितना भी साफ-सुथरा दिखाने की कोशिश करे, वह आतंकवाद का समर्थन करना नहीं छोड़ेगा।”
हमले की टाइमिंग पर भी सवाल
रुबिन ने हमले की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि जैसे 2000 में बिल क्लिंटन की भारत यात्रा के दौरान आतंकवादी हमला हुआ था, वैसे ही अब भारत यात्रा पर आए अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का ध्यान भटकाने के लिए यह हमला किया गया। उन्होंने कहा, “यह कोई आकस्मिक हमला नहीं था, बल्कि जानबूझकर की गई साजिश थी।”
भारत को इजरायल जैसा कदम उठाने की सलाह
उन्होंने भारत से आग्रह किया कि वह भी इजरायल की तरह ठोस कार्रवाई करे। “जैसे इजरायल ने हमास के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया, वैसे ही भारत को भी पाकिस्तान की ISI के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए,” रुबिन ने कहा। उन्होंने यह भी कहा कि ISI को एक आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए और दुनिया भर के लोकतांत्रिक देशों से अपील की जाए कि वे भी भारत के इस कदम का समर्थन करें।
भारत की कड़ी कार्रवाई
भारत सरकार ने इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कूटनीतिक कदम उठाए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने घोषणा की कि:
पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों को निष्कासित किया जाएगा।
1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित किया गया है।
अटारी सीमा ट्रांजिट पोस्ट को बंद कर दिया गया है।
भारत और पाकिस्तान के उच्चायोगों की स्टाफ संख्या घटाकर 55 से 30 की जाएगी।
सार्क वीजा छूट योजना के तहत पाक नागरिकों को भारत आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वर्तमान में भारत में रह रहे पाक नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग के सैन्य अधिकारियों को “अवांछनीय व्यक्ति” घोषित कर देश छोड़ने को कहा गया है।
यह आतंकी हमला केवल भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी है। पाकिस्तान के खिलाफ वैश्विक स्तर पर कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। माइकल रुबिन जैसे अमेरिकी विशेषज्ञों की राय से साफ है कि अब दुनिया की आंखें खुल रही हैं और पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर और अधिक जवाबदेह बनाना ही होगा।
After the deadly Pahalgam terror attack that claimed 26 innocent lives, former US Pentagon official Michael Rubin has strongly criticized Pakistan, calling it a sponsor of terrorism. He compared Pakistan Army Chief General Asim Munir to Osama bin Laden and urged the US to declare Munir a terrorist. India responded with tough diplomatic measures, including expelling Pakistani military officials, suspending the Indus Waters Treaty, and reducing diplomatic staff. This strong stance comes amid growing global condemnation of Pakistan’s role in supporting cross-border terrorism.