पाकिस्तान से हो रही थी फंडिंग रियाजुद्दीन के खाते में, मोदीनगर से एक संदिग्ध किया गिरफ्तार, 30 दिन में ही 70 लाख का ट्रांजैक्शन!

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के ही मोदीनगर शहर में भोजपुर थाना क्षेत्र के ही एक कस्बा फरीदनगर में सोमवार को फिर एटीएस की कार्रवाई से काफ़ी ज्यादा हड़कंप मच गया।

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AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के ही मोदीनगर शहर में भोजपुर थाना क्षेत्र के ही एक कस्बा फरीदनगर में सोमवार को फिर एटीएस की कार्रवाई से काफ़ी ज्यादा हड़कंप मच गया। दरअसल, यहां पर रहने वाले एक व्यक्ति रियाजुद्दीन के बैंक खाते में पाकिस्तान से सीधे स्लीपर सेल के लिए फंडिंग होने का गम्भीर मामला सोमवार को सामने आया है। पहले इस आरोपी के खाते में रुपये आने और फिर इसके बाद अलग-अलग स्लीपर सेल में इसकी फंडिंग होने का भी पता लगा है। इस आरोपी के खाते में पिछले मात्र 30 दिन में ही कुल 70 लाख रुपये की फंडिंग हुई है।यूपी एटीएस और आइबी की टीम ने इस मामले में संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस आरोपी को अब गिरफ्तार कर लिया है। इसे लखनऊ ले जाकर आरोपी से पूछताछ भी की जा रही है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ पता चला हैं कि प्रथम दृष्टया जांच मे यह फंडिंग भारतीय धार्मिक स्थल के इनपुट देने के एवज में ही की जा रही थी। एटीएस की इस पूरी जांच में और भी कई सारे लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। जिन पर खुफिया तंत्र भी अपनी निगाह रख रही है।कस्बा फरीदनगर निवासी रियाजुद्दीन का एक केनरा बैंक की फरीदनगर शाखा में ही सेविंग खाता है। यह रियाजुद्दीन तीन भाइयों में से सबसे छोटा है। इसका पिता अनवार कस्बे में वेल्डिंग की दुकान करते हैं। एक साल पहले ही परिवार में विवाद होने के कारण वह घर छोड़कर कही चला गया था और हापुड़ जिले के पिलखुवा कस्बे में ही रहकर खराद का काम कर रहा था। दो-तीन माह में एक-दो दिन के लिए यह फरीदनगर आया करता था। सोमवार को ही आइबी और एटीएस की संयुक्त टीम ने पहले पिलखुवा और बाद में फरीदनगर कस्बा में भी दबिश दी। कस्बा फरीदनगर से ही रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया गया। शुरुआती पूछताछ में रियाजुद्दीन ने कई सारे सनसनीखेज खुलासा किए है।

बता दें कैसे पकड़ में आया इसका बैंक खाता

दरअसल रियाजुद्दीन का केनरा बैंक में एक बचत खाता है। सूत्र बताते हैं कि पिछले मात्र 30 दिन में ही इस खाते में 70 लाख रुपये जमा होने पर बैंककर्मियों को इसपर शक हुआ। जब इस खाताधारक की डिटेल खंगाली गई तो पता चला कि वह तो खराद का काम करता है। तभी बैंककर्मियों की ओर से अपने उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई। बाद में उन्होंने सरकारी तंत्र तक रिपोर्ट पहुचाई तो इस पर आईबी और यूपी एटीएस ने अपनी कार्रवाई की। बताया गया कि इसी माह में ही यूपीएटीएस ने अलीगढ़, छत्तीसगढ़ से तीन आतंकी को भी गिरफ्तार कर चुकी है। इनसे पूछताछ के आधार पर चार और संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया गया था। इनकी गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान से स्लीपर सेल के लिए भारत में हो रही फंडिंग की बात सामने आई थी। बैंक और आतंकियों की गिरफ्तारी से पूछताछ के इनपुट के आधार पर अब यूपी एटीएस ने आइबी की टीम के साथ मिलकर फरीदनगर में यह दबिश दी।

जान ले यह खाता रियाजुद्दीन का मगर कंट्रोल इजहारुल हुसैन का

सूत्रों की माने तो यह जानकारी मिली हैं कि रियाजुद्दीन ने पूछताछ में बताया है कि केनरा बैंक की फरीदनगर शाखा में बचत खाता उसके नाम से ही है, लेकिन इस खाते पर पूरी तरह से कंट्रोल पश्चिमी चंपारण (बिहार) के सिकारपुर भेड़ी भरवा निवासी इजहारुल हुसैन का ही था। खाते में मोबाइल नंबर भी इजहारुल हुसैन का ही था। इस खाते पर कंट्रोल के एवज में रियाजुद्दीन को प्रतिमाह के 10 हजार रुपये मिलते थे। वही सब लेनदेन करता था।

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