Ghaziabad Encounter: History-Sheeter Qadir Kills UP Constable Saurabh During Arrest
गाजियाबाद मुठभेड़: हिस्ट्रीशीटर कादिर की गिरफ्तारी के दौरान कांस्टेबल सौरभ की दर्दनाक मौत
AIN NEWS 1 गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में रविवार देर रात एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे पुलिस विभाग को झकझोर कर रख दिया। मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर कादिर उर्फ मंटा की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस टीम पर हमला हुआ, जिसमें नोएडा फेस-3 थाने में तैनात कांस्टेबल सौरभ कुमार की गोली लगने से मौत हो गई।
कैसे हुई घटना की शुरुआत?
नोएडा पुलिस को रविवार रात पुख्ता सूचना मिली कि कादिर अपने गांव नाहल (गाजियाबाद) स्थित घर में मौजूद है। सूचना मिलते ही फेस-3 थाने की एक टीम ने गुप्त योजना बनाई और रात करीब 12:30 बजे गांव पहुंची। पुलिस ने दबिश दी और कादिर को हिरासत में ले लिया।
कादिर का शोर और पहले से घात लगाए बदमाश
जब पुलिस टीम कादिर को लेकर गांव से बाहर निकल रही थी, तभी कादिर ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया, “मुझे पकड़ लिया गया है!” यह सुनते ही पंचायत भवन के पास घात लगाए बैठे उसके करीब 8–10 साथियों ने अचानक हमला कर दिया।
पहले तो उन्होंने पथराव शुरू किया और उसके बाद फायरिंग करने लगे। इस हमले के बीच ही एक गोली सीधे कांस्टेबल सौरभ कुमार के सिर में जा लगी।
कांस्टेबल सौरभ को नहीं बचाया जा सका
गोली लगते ही सौरभ वहीं गिर पड़े। टीम के अन्य जवानों ने मोर्चा संभाला और सौरभ को तुरंत यशोदा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कांस्टेबल सौरभ मूल रूप से शामली जिले के रहने वाले थे और एक समर्पित जवान के रूप में जाने जाते थे। उनकी मौत ने पूरे पुलिस बल को गहरे सदमे में डाल दिया है।
कौन है कादिर उर्फ मंटा?
कादिर गाजियाबाद पुलिस के रिकॉर्ड में एक जाना-माना हिस्ट्रीशीटर है। उस पर लूट, रंगदारी वसूली, हथियारों की तस्करी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से वांटेड था।
पुलिस के अनुसार, कादिर ने लूट की रकम से नाहल गांव में एक आलीशान कोठी बनवाई थी। इस कोठी में आधुनिक सुविधाएं और सुरक्षा के लिए कई CCTV कैमरे लगे हैं। मुख्य गेट पर दो हाई-रेजोल्यूशन कैमरे लगाए गए थे, जिससे कोई भी व्यक्ति उसकी जानकारी के बिना प्रवेश न कर सके।
हमले के बाद FIR दर्ज, आरोपियों की तलाश जारी
घटना के बाद नोएडा के उपनिरीक्षक सचिन की तहरीर पर मसूरी थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। कादिर और उसके साथियों पर हत्या, पुलिस पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा जैसी गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
गाजियाबाद ग्रामीण के डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि, “यह मामला बहुत गंभीर है। हमारी टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्त में होंगे।”
परिवार और विभाग में शोक की लहर
कांस्टेबल सौरभ की मौत से उनके परिवार में कोहराम मच गया है। साथी पुलिसकर्मियों ने उन्हें एक निडर और कर्मठ जवान बताया, जो हर अभियान में सबसे आगे रहते थे।
यह घटना उत्तर प्रदेश में अपराध और कानून व्यवस्था की चुनौतियों को उजागर करती है। एक हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी के दौरान जिस तरह से पुलिस टीम पर संगठित हमला हुआ, वह न केवल सुरक्षा बलों के लिए एक गंभीर खतरे का संकेत है, बल्कि इस बात की भी आवश्यकता बताता है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ ठोस और समन्वित रणनीति अपनाई जाए।
In a shocking Ghaziabad encounter, history-sheeter Qadir urf Manta triggered a violent mob attack on the UP police team, leading to the tragic death of Constable Saurabh Kumar. The incident took place during a late-night raid in Nahal village when Noida police tried to arrest the wanted criminal involved in multiple loot and arms smuggling cases. Qadir, known for his lavish mansion and heavy security setup, shouted for help as he was being taken into custody, resulting in stone-pelting and gunfire from his associates. This brutal attack exposes the deep-rooted criminal networks operating in Uttar Pradesh and the increasing risks faced by police forces.