Ghaziabad Housing Scheme: 5000 New Homes Approved in Vasundhara Area
गाजियाबाद में घर खरीदने का सुनहरा मौका: वसुंधरा में 5 हजार नए आवासों की योजना को मिली मंजूरी
AIN NEWS 1: गाजियाबाद में घर खरीदने का सपना देखने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। वसुंधरा इलाके में अब 5 हजार नए आवास बनने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दे दी है। यह योजना गाजियाबाद, दिल्ली और नोएडा जैसे आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपना घर खरीदने का सुनहरा मौका देगी।
हाल ही में लखनऊ में आयोजित आवास एवं विकास परिषद की बैठक में इस परियोजना को हरी झंडी दी गई। योजना के अनुसार, वसुंधरा सेक्टर-7 और सेक्टर-8 की कुल 40 एकड़ जमीन पर यह प्रोजेक्ट विकसित किया जाएगा।
इस योजना का उद्देश्य वसुंधरा की वर्षों से खाली पड़ी जमीन का पुनः उपयोग करना है। परिषद के पास इन दोनों सेक्टरों में लगभग 80 एकड़ जमीन वर्षों से खाली पड़ी थी। अब इसका बेहतर तरीके से विकास किया जाएगा।
क्या है योजना का ढांचा?
इस परियोजना के तहत 30 एकड़ में दो ग्रुप हाउसिंग भूखंड विकसित किए जाएंगे। एक भूखंड 20 एकड़ और दूसरा 10 एकड़ का होगा। यहां बहुमंजिला इमारतों में लगभग 5000 फ्लैट बनाए जाएंगे, जो मध्यम वर्गीय परिवारों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए जाएंगे।
इसके अलावा शेष 10 एकड़ जमीन पर एम्स (AIIMS) का सैटेलाइट सेंटर बनाया जाएगा। इससे स्वास्थ्य सेवाएं भी इस क्षेत्र में बेहतर होंगी और आसपास के लोगों को मेडिकल सुविधाएं पास में ही उपलब्ध हो सकेंगी।
TOD ज़ोन में होगा निर्माण
इस परियोजना को TOD (Transit Oriented Development) ज़ोन के अंतर्गत रखा गया है। इसका मतलब है कि यह क्षेत्र सार्वजनिक परिवहन के नजदीक होगा जिससे लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी। TOD ज़ोन में बनने वाली ग्रुप हाउसिंग परियोजनाएं पर्यावरण के अनुकूल होती हैं और यातायात का दबाव कम करती हैं।
परिषद के नियमों के अनुसार, TOD ज़ोन में 30 एकड़ क्षेत्र में विकसित की जाने वाली ग्रुप हाउसिंग में लगभग 25 हजार लोग रह सकते हैं। इस आधार पर अनुमान लगाया गया है कि करीब 5 हजार आवासों का निर्माण संभव है।
जल्द शुरू होगी नीलामी प्रक्रिया
इस परियोजना को गति देने के लिए भूखंडों की नीलामी प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। जिन डेवलपर्स को यह भूखंड मिलेंगे, वे तय नियमों और मानकों के अनुसार निर्माण कार्य करेंगे। इससे क्षेत्र में आधुनिक आवासीय ढांचा तैयार होगा।
अधिकारियों के अनुसार, इस योजना से न केवल लोगों को घर मिलेंगे बल्कि क्षेत्र का संपूर्ण विकास भी होगा। सड़कों, पानी, सीवर, बिजली और सार्वजनिक सुविधाओं की भी व्यवस्था की जाएगी।
क्या बोले अधिकारी?
परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए आवास एवं विकास परिषद के अधीक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल ने बताया, “सेक्टर 7 और 8 की कुल 40 एकड़ जमीन के लेआउट को मंजूरी मिल चुकी है। इसमें 10 एकड़ में एम्स का सैटेलाइट सेंटर बनेगा और 30 एकड़ में दो ग्रुप हाउसिंग भूखंड तैयार किए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत करीब 5000 आवासों का निर्माण संभव है।”
लाभ किसे मिलेगा?
मकान खरीदने के इच्छुक लोगों को: दिल्ली-एनसीआर के लोग अब गाजियाबाद में सस्ते और अच्छे विकल्पों की तलाश में आगे बढ़ सकेंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं को: एम्स का सैटेलाइट सेंटर स्वास्थ्य सुविधाओं को विस्तार देगा।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को: निर्माण कार्य और इसके बाद की गतिविधियों से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
यह परियोजना न सिर्फ गाजियाबाद को हाउसिंग हब की दिशा में आगे बढ़ाएगी, बल्कि इसके जरिए एक सुव्यवस्थित शहरी ढांचे का निर्माण होगा।
The Uttar Pradesh Housing and Development Board has approved a major housing project in Vasundhara, Ghaziabad, aiming to build 5000 new homes across 30 acres of land. This Ghaziabad housing scheme also includes a 10-acre AIIMS Satellite Center, boosting both residential and healthcare infrastructure in the region. The project targets those looking to buy affordable homes in Ghaziabad, especially in proximity to Delhi and Noida. With land auctions beginning soon, this group housing development under the TOD zone is set to transform Vasundhara into a vibrant urban residential hub.