AIN NEWS 1 वाशिंगटन, डीसी: भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक व्यापार और उभरती तकनीकों में सहयोग को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल हुई है। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अमेरिका के वाणिज्य विभाग के अंडर सेक्रेटरी जेफ़्री केसलर से मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य भारत-अमेरिका के बीच तकनीकी और व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।
बैठक के मुख्य बिंदु:
1. रणनीतिक व्यापार संवाद (Strategic Trade Dialogue)
दोनों अधिकारियों ने Strategic Trade Dialogue को जल्द आयोजित करने की सहमति जताई। यह संवाद दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण और उभरती तकनीकों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करेगा, जिससे रक्षा, एयरोस्पेस, साइबर सुरक्षा, और क्वांटम टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा।
2. महत्वपूर्ण और उभरती तकनीक (Critical & Emerging Technologies)
मुलाकात के दौरान Critical and Emerging Technologies (CETs) पर विशेष रूप से चर्चा हुई। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर्स, 5G/6G नेटवर्क, बायोटेक्नोलॉजी और क्लाइमेट टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि इन तकनीकों में सहयोग से दोनों देशों की सुरक्षा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
भारत की रणनीति और दृष्टिकोण
भारत की विदेश नीति में तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन चुका है। विक्रम मिस्री की यह पहल इसी रणनीति का हिस्सा है, जिससे भारत वैश्विक तकनीकी आपूर्ति श्रृंखलाओं (global tech supply chains) में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके।
भारत अमेरिका के साथ तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देकर अपने Make in India और Digital India अभियानों को भी मजबूत कर रहा है। इस तरह की बैठकें न केवल व्यापार को बढ़ावा देती हैं, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार और नवाचार (innovation) के नए अवसर भी उत्पन्न करती हैं।
अमेरिका का दृष्टिकोण
जेफ़्री केसलर ने भी भारत को एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के साथ तकनीकी क्षेत्र में लंबे समय तक सहयोग करना चाहता है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब चीन के साथ तकनीकी प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है।
कंपनियों और स्टार्टअप्स के लिए यह सहयोग एक win-win situation है, जहां भारतीय प्रतिभा और अमेरिकी पूंजी तथा रिसर्च दोनों का मेल हो सकेगा।
भविष्य की योजनाएं
इस बैठक के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ महीनों में Strategic Trade Dialogue का आयोजन होगा, जिसमें उद्योग जगत, नीति निर्माताओं और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स की भागीदारी रहेगी।
संभावित रूप से इसमें निम्नलिखित क्षेत्र शामिल होंगे:
क्वांटम कंप्यूटिंग और रक्षा तकनीक
उन्नत मैन्युफैक्चरिंग और एयरोस्पेस
साइबर सुरक्षा और डेटा लोकलाइजेशन
स्वच्छ ऊर्जा तकनीक और क्लाइमेट सहयोग
भारत और अमेरिका के बीच यह तकनीकी सहयोग न केवल दोनों देशों की आर्थिक प्रगति को गति देगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक देशों के बीच तकनीकी नेतृत्व को भी मज़बूत करेगा।
यह बैठक दर्शाती है कि भारत अब सिर्फ एक तकनीकी उपभोक्ता नहीं, बल्कि एक तकनीकी नवप्रवर्तक (tech innovator) बनने की ओर अग्रसर है।
Foreign Secretary Vikram Misri’s meeting with US Under Secretary Jeffrey Kessler marks a significant step in strengthening India-US relations in critical and emerging technologies. The two officials discussed the early convening of the Strategic Trade Dialogue, aimed at deepening India-US technology cooperation and strategic trade ties. This meeting underlines the growing synergy between India and the United States in sectors like AI, semiconductors, and defense tech, forming a core pillar of India’s foreign policy and economic diplomacy with the US.