UP Police to Launch PGRU in All Districts for Redressal of Policemen’s Grievances
यूपी पुलिसकर्मियों के लिए राहत! सभी जिलों में बनेगी पीजीआरयू, अब शिकायतों का होगा त्वरित समाधान
AIN NEWS 1 लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने कर्मियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब राज्य के सभी जिलों में “पुलिस ग्रीवांस रिड्रेसल यूनिट (PGRU)” की स्थापना की जाएगी। इस यूनिट का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों की सेवा संबंधी समस्याओं को एक ही जगह पर सुलझाना है। इससे पुलिसकर्मियों को अलग-अलग जगह चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
🔹 क्या है पीजीआरयू (PGRU)?
पीजीआरयू यानी पुलिस ग्रीवांस रिड्रेसल यूनिट, एक ऐसी विशेष इकाई है जहां पुलिसकर्मी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे और उनका जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। इस यूनिट का संचालन सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया सरल और पारदर्शी होगी।
🔹 किन समस्याओं का समाधान होगा?
पीजीआरयू के माध्यम से पुलिसकर्मी निम्नलिखित सेवा संबंधी मुद्दों पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे:
वेतन विसंगति
एरियर भुगतान
वेतन बढ़ोतरी से संबंधित समस्याएं
जीपीएफ संबंधी शिकायतें
कैरेक्टर रोल में नामिनी जोड़ने या संशोधन की प्रक्रिया
शैक्षणिक या व्यक्तिगत दस्तावेज़ों में संशोधन
चिकित्सा प्रतिपूर्ति (मेडिकल रिइम्बर्समेंट)
स्थानांतरण (ट्रांसफर)
एलपीसी (Last Pay Certificate) संबंधित मुद्दे
🔹 शिकायत दर्ज करने के तरीके:
पुलिसकर्मी शिकायत देने के लिए कई माध्यमों का उपयोग कर सकते हैं:
1. स्वयं उपस्थित होकर यूनिट में शिकायत देना।
2. थाना प्रभारी या शाखा प्रभारी के माध्यम से शिकायत भेजना।
3. सीधे उच्च अधिकारियों के माध्यम से शिकायत पंजीकृत कराना।
4. WhatsApp के माध्यम से शिकायत दर्ज कराना।
इसके लिए प्रत्येक जिले में PGRU का एक विशेष वॉट्सएप नंबर जारी किया जाएगा, जिससे पुलिसकर्मी अपनी शिकायतें डिजिटल माध्यम से भी भेज सकेंगे।
🔹 जिम्मेदारी किसकी होगी?
हर जिले में इस यूनिट की निगरानी और कार्य प्रणाली की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक (SP) स्तर के अधिकारी को दी जाएगी। संबंधित एसपी:
हर दिन की शिकायतों की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
उनकी प्रगति रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को देंगे।
यह सुनिश्चित करेंगे कि हर शिकायत का समयबद्ध समाधान हो।
🔹 कब और कहां से होगी शुरुआत?
इस प्रणाली की शुरुआत सुलतानपुर जिले से की गई है, जहां सोमवार को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर PGRU की शुरुआत की गई। इससे प्राप्त अनुभवों के आधार पर इस प्रणाली को प्रदेश के अन्य सभी जिलों में लागू किया जाएगा।
🔹 क्यों पड़ी आवश्यकता?
हालांकि पहले कुछ जिलों में अलग-अलग सेल बनाए गए थे, लेकिन फिर भी पुलिस मुख्यालय को पुलिसकर्मियों की समस्याओं से संबंधित शिकायतें लगातार मिल रही थीं। कई बार ये शिकायतें महीनों तक लंबित रहती थीं या समाधान में देरी होती थी। इसे देखते हुए DGP प्रशांत कुमार ने सभी जिलों में यूनिट गठन के निर्देश जारी किए।
🔹 समाधान के बाद फीडबैक भी मिलेगा
PGRU की खासियत यह भी होगी कि शिकायत का समाधान होने के बाद पुलिसकर्मी को उसकी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए एक फीडबैक सिस्टम भी तैयार किया जा रहा है ताकि शिकायतकर्ता यह जान सके कि उसका मुद्दा कब और कैसे सुलझाया गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सभी जिलों में पीजीआरयू की स्थापना एक सकारात्मक पहल है, जिससे न सिर्फ पुलिसकर्मियों की समस्याओं का समाधान तेज़ी से होगा, बल्कि उनकी कार्य के प्रति संतुष्टि और मनोबल भी बढ़ेगा। डिजिटल और पारदर्शी प्रणाली के माध्यम से शिकायत दर्ज करने और उनकी निगरानी से पुलिस विभाग के अंदरूनी प्रशासन को भी मजबूती मिलेगी।
The Uttar Pradesh Police has initiated a new step to improve internal grievance redressal by establishing Police Grievance Redressal Units (PGRU) in all districts. These units will help police personnel resolve their salary discrepancies, transfers, medical reimbursements, and other service-related issues. A single-window system and dedicated WhatsApp number will simplify the complaint process. This move is supervised by SP-level officers to ensure fast and transparent redressal of grievances. This initiative by the UP Police is aimed at strengthening internal systems and boosting the morale of police personnel.