AIN NEWS 1: कश्मीर घाटी के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने न केवल देश को झकझोर दिया, बल्कि वहां की तेजी से बढ़ती टूरिज्म इंडस्ट्री को भी गहरा झटका दिया है। परसों जो हुआ, उसके बाद से कश्मीर में हर ओर सन्नाटा पसरा है। पर्यटकों की बुकिंग्स तेजी से रद्द हो रही हैं और होटल वाले, ट्रैवल एजेंट्स और टूर ऑपरेटर भारी नुकसान में जा रहे हैं। हालांकि इस मुश्किल घड़ी में भी टूरिज्म इंडस्ट्री को भरोसा है कि हालात जल्द ही सुधरेंगे।
बढ़ती टूरिज्म इंडस्ट्री पर अचानक ब्रेक
आतंकी हमले में 25 मासूम पर्यटकों की मौत की खबर जैसे ही फैली, ट्रैवल कंपनियों को बुकिंग कैंसिलेशन की बाढ़ आ गई। यह घटना उस वक्त हुई जब टूरिज्म का पीक सीजन चल रहा था। श्रीनगर और पहलगाम के होटल खाली होने लगे और फ्लाइट्स की टिकटें या तो महंगी हो गईं या उपलब्ध ही नहीं रहीं, क्योंकि लोग तेजी से घाटी छोड़ने लगे।
टूर ऑपरेटरों की परेशानी
डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष मुश्ताक रेशी ने बताया कि हमले के बाद से कैंसिलेशन बहुत ज्यादा हो रहे हैं। उनके अनुसार, “लोग डरे हुए हैं और अप्रैल-मई की बुकिंग्स कैंसिल कर रहे हैं। कुछ टूरिस्ट अभी भी ट्रैवल कर रहे हैं, लेकिन संख्या तेजी से घट रही है।”
चार सालों में शानदार ग्रोथ
पिछले चार सालों में कश्मीर में टूरिज्म ने जबरदस्त उछाल देखा। वर्ष 2021 में जहां सिर्फ 6.65 लाख टूरिस्ट आए थे, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 35 लाख के करीब पहुंच गई। विदेशी पर्यटकों की संख्या भी 1,614 से बढ़कर 43,654 हो गई। यह आंकड़े इस बात का सबूत हैं कि कश्मीर धीरे-धीरे एक भरोसेमंद टूरिज्म डेस्टिनेशन बन रहा था।
एक झटका, लेकिन उम्मीद कायम
ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) के नॉर्दर्न चैप्टर से अनुराग अग्रवाल ने कहा कि हर आतंकी घटना के बाद सरकारें ट्रैवल एडवाइजरी जारी करती हैं। इससे टूरिस्ट और ज्यादा डर जाते हैं, जिससे नेगेटिव माहौल बनता है। लेकिन उनका यह भी कहना है कि टूरिज्म इंडस्ट्री हर बार इन मुश्किलों से उबरने में सक्षम रही है।
“बेस्ट अवेलेबल रेट” का सहारा
घटना के बाद कई होटलों ने अपने पुराने मेहमानों को व्हाट्सएप पर ‘बेस्ट अवेलेबल रेट’ भेजे ताकि उन्हें दोबारा आकर्षित किया जा सके। यह संकेत है कि टूरिज्म से जुड़े लोग हार मानने को तैयार नहीं हैं और लगातार कोशिश कर रहे हैं कि पर्यटकों का भरोसा दोबारा जीता जा सके।
सरकार की भूमिका
सरकार भी इस दिशा में सक्रिय हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आगे कोई घटना न हो। टूरिज्म मंत्रालय और लोकल प्रशासन पर्यटकों को यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि कश्मीर एक सुरक्षित टूरिस्ट डेस्टिनेशन है।
कश्मीर की खूबसूरत वादियां एक बार फिर सन्नाटे में डूब गई हैं, लेकिन इतिहास गवाह है कि घाटी हर बार मुश्किलों से उठ खड़ी हुई है। चाहे वह प्राकृतिक आपदाएं हों या आतंकी हमले, टूरिज्म इंडस्ट्री ने हर बार खुद को संभाला है। इस बार भी उम्मीद है कि घाटी फिर से गुलजार होगी, और सैलानी फिर से कश्मीर की खूबसूरती का लुत्फ उठाएंगे।
The recent Pahalgam terror attack in Kashmir has caused a major disruption in the region’s booming tourism industry. Following the tragic incident that claimed the lives of 25 tourists, Kashmir hotels and travel operators are facing a wave of cancellations. Despite the setbacks, stakeholders in Kashmir tourism remain hopeful about a recovery, as government authorities and industry leaders collaborate to restore safety and trust among travelers. The situation highlights both the vulnerability and resilience of Kashmir’s travel sector, which had seen a 400% growth in tourist numbers over the past four years.