AIN NEWS 1: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से किया। इस अवसर पर उन्होंने अपनी पत्नी के साथ पूजा अर्चना की और योजना की शुरुआत की। साथ ही, अरविंद केजरीवाल ने करोल बाग स्थित गुरुद्वारे से इस योजना का शुभारंभ करने के लिए आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी से भी बात की।
इस योजना की घोषणा के बाद देशभर से पुजारियों और ग्रंथियों का समर्थन प्राप्त हो रहा है। कई धार्मिक नेता और लोग केजरीवाल से मिलने के लिए आ रहे हैं और उन्हें आशीर्वाद दे रहे हैं। केजरीवाल ने इस बात को साझा करते हुए कहा कि दिल्ली के कई पुजारी और ग्रंथी उनसे मिलने आए थे और सभी लोग इस योजना के बारे में खुश थे।
केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा हुई है, बीजेपी के नेता उन्हें गालियाँ दे रहे हैं। उन्होंने बीजेपी से पूछा कि क्या गालियाँ देने से देश का फायदा होगा? केजरीवाल ने यह भी कहा कि बीजेपी के पास 20 राज्यों में सरकारें हैं और गुजरात में तो 30 साल से उनकी सरकार है, लेकिन आज तक वहां पुजारियों और ग्रंथियों का सम्मान क्यों नहीं किया गया?
उन्होंने बीजेपी से सवाल किया कि यदि वह इस योजना को लेकर खुश नहीं हैं तो क्यों न वह इसे अपने राज्यों में लागू करें और देश को इसका फायदा पहुँचाएं। केजरीवाल ने कहा, “मैंने अब सबको रास्ता दिखा दिया है, अब आप इसे लागू करें, तब ही सभी का फायदा होगा। मुझे गालियाँ देने से कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आपको देश का भला करना चाहिए।”
केजरीवाल ने आगे कहा कि आज उन्होंने दिल्ली के ISBT स्थित मरघट बाबा के मंदिर में भी दर्शन किए और पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर के महंत का जन्मदिन भी मनाया। महंत जी के साथ जन्मदिन मनाते हुए केजरीवाल ने उन्हें शुभकामनाएँ दीं और कहा कि यह दिन देशभर के पुजारियों और ग्रंथियों के लिए एक विशेष दिन है, क्योंकि अब उनकी मेहनत और सेवा को सम्मान दिया जाएगा।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि पार्टी ने रजिस्ट्रेशन रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन भक्तों को अपने भगवान से मिलने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि जनता के बीच इस योजना का समर्थन लगातार बढ़ रहा है और इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचेगा।
अरविंद केजरीवाल ने इस योजना के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह योजना पुजारियों और ग्रंथियों की मेहनत और समर्पण को सम्मान देने का एक प्रयास है। उनका मानना है कि इस देश में कई ऐसे धार्मिक कार्यकर्ता हैं जो अपनी पूरी जिंदगी समाज की सेवा में लगा देते हैं, लेकिन उन्हें कभी सही सम्मान नहीं मिलता। इस योजना के माध्यम से उन्हें उनकी सेवा के लिए उचित सम्मान मिलेगा।
इस अवसर पर केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की योजनाओं की उपलब्धियाँ भी साझा कीं और बताया कि कैसे उनकी सरकार ने हमेशा समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए काम किया है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश में बदलाव लाना है। हम चाहते हैं कि हर धार्मिक कार्यकर्ता को उनके योगदान के लिए सम्मान मिले।”
कुल मिलाकर, आज का दिन दिल्ली में एक ऐतिहासिक दिन के रूप में याद किया जाएगा, जब पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ हुआ। अरविंद केजरीवाल ने इस अवसर पर बीजेपी से सवाल किया कि वह क्यों इस योजना का विरोध कर रहे हैं और क्यों उन्होंने अब तक अपने राज्यों में इसका पालन नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है जब देशभर में पुजारियों और ग्रंथियों का सम्मान किया जाए।