Modinagar Delegation Demands President’s Rule in West Bengal Over Attacks on Hindus
पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ राष्ट्रपति शासन की मांग को लेकर मोदीनगर में सौंपा गया ज्ञापन
AIN NEWS 1 मोदीनगर, उत्तर प्रदेश — 19 अप्रैल 2025 पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हिंदू समाज पर हो रहे हिंसक हमलों और अत्याचारों के विरोध में, मोदीनगर के हिंदू समाज ने एकजुट होकर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग उठाई है। इस उद्देश्य से एक प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय जिलाधिकारी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा, जिसमें अनुच्छेद 356 के अंतर्गत केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की गई है।
यह ज्ञापन पश्चिम बंगाल के हालातों पर गहरी चिंता प्रकट करता है, विशेषकर मुर्शिदाबाद जिले में बढ़ती हिंसा, मंदिरों के विध्वंस, महिलाओं पर अत्याचार और राज्य सरकार की निष्क्रियता को लेकर। ज्ञापन में साफ कहा गया कि यह न केवल हिंदू समाज पर हमला है, बल्कि भारतीय संविधान और सामाजिक एकता पर भी एक बड़ा खतरा है।
प्रतिनिधिमंडल में प्रेमस्वरूप शुक्ला, मीरा शुक्ला, सचिन गर्ग, राज वर्मा, फकीर चंद, एडवोकेट अरुण कुमार, कविता चौधरी, सीमा शर्मा, धर्मचंद शर्मा, वीना चौधरी, ब्रजपाल सिंह (फौजी संगठन से), जिले सिंह, धीरेन शर्मा, चंद्रपाल सिंह जैसे प्रमुख नाम शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में पश्चिम बंगाल सरकार की विफलता की निंदा की और केंद्र से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन सौंपते समय एडवोकेट अरुण कुमार ने अपने संबोधन में कहा,
“हम आज यहां केवल एक ज्ञापन देने नहीं, बल्कि भारत माता के एक गंभीर घाव को उजागर करने आए हैं। पश्चिम बंगाल में हमारे हिंदू भाई-बहन असहनीय पीड़ा झेल रहे हैं – मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, बहन-बेटियों की इज्जत खतरे में है और पूरा हिंदू समाज डर के साये में जी रहा है। यह केवल एक समुदाय का संकट नहीं, यह राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता पर खतरा है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह आंदोलन न किसी धर्म के खिलाफ है और न किसी राजनीतिक दल के, बल्कि यह सत्य और न्याय की मांग है।
“हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि अब और देर न करें, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करें। यदि यह आग समय पर नहीं बुझाई गई, तो यह पूरे देश में फैल सकती है,” उन्होंने चेतावनी दी।
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो हिंदू समाज मोदीनगर अपने आंदोलन को और तेज करेगा। उनका दावा है कि यह आंदोलन अब केवल स्थानीय नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाएगा।
हिंदू समाज मोदीनगर ने कहा है कि वे पूरी निष्ठा और संकल्प के साथ इस संघर्ष में डटे रहेंगे।
“जब तक पश्चिम बंगाल में शांति और न्याय स्थापित नहीं होता, हम न झुकेंगे, न थमेंगे,” यह संदेश उन्होंने स्पष्ट रूप से दिया।
इस दौरान उपस्थित लोगों ने ‘जय श्रीराम’, ‘जय हिंद’, और ‘भारत माता की जय’ के नारों से माहौल को जोशीला बना दिया। ज्ञापन में यह भी लिखा गया है कि यदि इस समय चुप्पी साधी गई, तो भविष्य में यह संकट पूरे देश को प्रभावित कर सकता है।
यह ज्ञापन केंद्र सरकार और राष्ट्रपति को भी भेजे जाने की बात कही गई, ताकि उन्हें भी सीधे तौर पर इस मामले की गंभीरता का आभास हो।
A delegation from Modinagar submitted a memorandum to the District Magistrate demanding President’s Rule in West Bengal under Article 356, highlighting the rising incidents of communal violence and attacks on Hindus in Murshidabad. The memorandum expressed concern over temple vandalism, atrocities on women, and the state government’s inaction, urging the central government to intervene. The protest, led by prominent Hindu leaders, emphasized the need to protect Hindu rights and maintain national unity.