AIN NEWS 1: लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर आयोजित ‘प्रकृति तथा सतत विकास के साथ सामंजस्य’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी-2025 का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “जो व्यक्ति जितना अधिक प्रकृति के निकट रहेगा, उतना ही अधिक स्वस्थ और संतुलित जीवन जी सकेगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब विश्व भर में पर्यावरण संकट, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक असंतुलन की चर्चा हो रही है, ऐसे समय में प्रकृति के साथ तालमेल बैठाना ही सतत विकास का सही रास्ता है। उन्होंने युवाओं को प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया।
‘ग्रीन बजट’ पुस्तक का विमोचन
संगोष्ठी में ‘ग्रीन बजट’ नामक एक विशेष पुस्तक का विमोचन भी किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी सरकारी योजनाओं और नीतियों पर आधारित है। यह पुस्तक विशेष रूप से सतत विकास के लिए बजट में किए गए प्रावधानों की जानकारी देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुस्तक न सिर्फ नीति-निर्माताओं के लिए उपयोगी होगी, बल्कि आम जनता को भी पर्यावरणीय योजनाओं को समझने में मदद करेगी।
प्रतियोगिता विजेताओं को मिला सम्मान
कार्यक्रम के दौरान जैव विविधता पर केंद्रित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया था, जिनमें देशभर के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों को प्रकृति और जैव विविधता के महत्व को समझने और रचनात्मक रूप से प्रस्तुत करने का अवसर मिला।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण-पत्र और पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने छात्रों की सराहना करते हुए कहा कि “नई पीढ़ी के विचार और प्रयास ही भविष्य में पर्यावरण को बचाने की दिशा तय करेंगे।”
संगोष्ठी का उद्देश्य और विषय-वस्तु
इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर विचार करना था। संगोष्ठी में पर्यावरण विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, नीति-निर्माताओं और छात्रों ने भाग लिया। इसमें विभिन्न सत्रों के माध्यम से यह चर्चा की गई कि किस प्रकार से विकास कार्यों को प्रकृति के साथ तालमेल बैठाते हुए आगे बढ़ाया जा सकता है।
वक्ताओं ने बताया कि आज जब जैव विविधता संकट में है, तब यह जरूरी हो जाता है कि हम अपने संसाधनों का विवेकपूर्ण और टिकाऊ उपयोग करें। उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण, जल संकट और वनों की कटाई जैसे मुद्दों पर भी चिंता व्यक्त की।
योगी आदित्यनाथ का संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यावरण संरक्षण के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। जैसे—वन महोत्सव, अमृत वन, नमामि गंगे योजना और क्लाइमेट रेजिलिएंट खेती आदि। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में वृक्षारोपण के अभियान में रिकॉर्ड स्तर पर पौधारोपण किया गया है।
उन्होंने कहा कि “हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए ऐसा वातावरण छोड़कर जाना चाहिए, जो स्वच्छ, हरित और जैव विविधता से भरपूर हो।”
समापन और शुभकामनाएं
संगोष्ठी का समापन धन्यवाद ज्ञापन और प्रतिभागियों के लिए शुभकामनाओं के साथ हुआ। मुख्यमंत्री ने संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी और आशा जताई कि ऐसे आयोजन समाज को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने में मील का पत्थर साबित होंगे।
On the occasion of International Biodiversity Day 2025, Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath inaugurated the National Seminar in Lucknow themed “Harmony with Nature and Sustainable Development.” The event emphasized the importance of staying close to nature for better health, sustainable growth, and ecological balance. The “Green Budget” book focused on environmental protection was launched, and winners of biodiversity-themed student competitions were awarded. This event promotes awareness about biodiversity, climate action, and sustainable living in India.