AIN NEWS 1: 30 अप्रैल, 2011 की एक रात, व्हाइट हाउस में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक डिनर पार्टी आयोजित की थी। यह एक विशेष शाम थी, जिसमें बड़े-बड़े राजनेता, मीडिया हस्तियां, और हाई-प्रोफाइल लोग शामिल हुए थे। उस रात की सबसे चर्चित घटना एक मजाक और उसकी प्रतिक्रिया थी जिसने अमेरिकी राजनीति की दिशा को हमेशा के लिए बदल दिया।
डिनर पार्टी में ओबामा ने बार-बार एक विशेष व्यक्ति का नाम लेकर उस पर तंज कसा। यह शख्स और कोई नहीं, बल्कि उस वक्त के मशहूर बिजनेस टाइकून डोनाल्ड ट्रम्प थे। ट्रम्प, जिन्होंने हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी जॉइन की थी, कई बार ओबामा की अमेरिकी नागरिकता पर सवाल उठा चुके थे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से यह दावा किया था कि ओबामा अमेरिका में जन्मे नहीं हैं और इस वजह से राष्ट्रपति बनने के योग्य नहीं हैं।
ओबामा ने ट्रम्प की इन टिप्पणियों को नजरअंदाज करने के बजाय, उस रात उन्हें जवाब देने का फैसला किया। उन्होंने मंच पर ट्रम्प का नाम लेकर उन पर मजाक किया और लोगों को हंसाया। ओबामा के कटाक्ष इतने तीखे थे कि उन्होंने वहां मौजूद लोगों को मनोरंजित कर दिया, लेकिन ट्रम्प के चेहरे पर इसकी प्रतिक्रिया कुछ और ही थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रम्प को यह अपमान गहरा लगा। ओबामा के मजाक ने उन्हें झकझोर दिया और उन्हें यह निर्णय लेने पर मजबूर कर दिया कि वे इस चुनौती का जवाब देने के लिए अमेरिकी राजनीति में एक कदम और आगे बढ़ाएंगे। यह पार्टी और ओबामा के मजाक ने ट्रम्प को प्रेरित किया कि वे खुद राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ें और ओबामा को साबित करें कि वे सिर्फ एक सफल बिजनेसमैन ही नहीं, बल्कि एक काबिल राजनेता भी हैं।
कहा जाता है कि उसी रात ट्रम्प ने यह ठान लिया था कि एक दिन वे अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे और दिखाएंगे कि उनकी नेतृत्व क्षमता किसी से कम नहीं है। आगे चलकर उन्होंने 2016 में राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लिया और ओबामा की डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराकर यह साबित कर दिया कि उनकी ठान और संकल्प सिर्फ एक मजाक तक सीमित नहीं था।
इस ऐतिहासिक घटना ने न सिर्फ ट्रम्प की जिंदगी बदल दी बल्कि अमेरिका की राजनीति को भी एक नई दिशा दी।