दिल्ली में ‘ऑपरेशन फेस वॉश’: ट्रांसजेंडर के भेष में छिपे अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, IMO ऐप से कर रहे थे संपर्क!

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Operation Face Wash: Delhi Police Arrests Illegal Bangladeshi Immigrants Disguised as Transgenders

दिल्ली में ‘ऑपरेशन फेस वॉश’: ट्रांसजेंडर बनकर छिपे अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, IMO ऐप से बांग्लादेश से संपर्क

AIN NEWS 1: ‘ऑपरेशन फेस वॉश’ क्या है?

दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक विशेष अभियान की शुरुआत की है, जिसे ‘ऑपरेशन फेस वॉश’ नाम दिया गया है। इसका मकसद है राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करना। पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक ट्रांसजेंडर का रूप धारण करके दिल्ली में छिपे हुए हैं और सार्वजनिक स्थानों जैसे ट्रैफिक सिग्नलों पर भीख मांगने और अन्य गतिविधियों में शामिल हैं।

खुफिया जानकारी और निगरानी

मई 2025 में पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि कुछ अवैध बांग्लादेशी नागरिक महिला या ट्रांसजेंडर का भेष बनाकर दिल्ली में रह रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने इन लोगों की पहचान के लिए मैन्युअल और तकनीकी निगरानी शुरू की। कई दिनों की मेहनत के बाद पुलिस को सफलता मिली और आजादपुर नई सब्ज़ी मंडी के पास तीन संदिग्धों के मौजूद होने की जानकारी मिली।

गिरफ्तारी की कार्रवाई

गुरुवार सुबह पुलिस ने जाल बिछाकर तीनों संदिग्धों को धर दबोचा। ये तीनों ट्रांसजेंडर की वेशभूषा में थे। उनकी पहचान बाद में हुई कि वे सभी पुरुष हैं और बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत आए हैं। इनके पास से चार स्मार्टफोन भी बरामद हुए, जिनमें प्रतिबंधित IMO ऐप इंस्टॉल था।

बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ कैसे की?

पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे एजेंटों की मदद से भारत-बांग्लादेश की सीमा को अवैध रूप से पार कर भारत में घुसे थे। इसके बाद वे ट्रेन के माध्यम से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली में उन्होंने ट्रांसजेंडर के रूप में खुद को प्रस्तुत किया ताकि किसी को उन पर शक न हो।

महिला जैसा रूप धारण कर पहचान छुपाई

तीनों आरोपियों ने कबूल किया कि वे मूल रूप से पुरुष हैं, लेकिन उन्होंने खुद को महिला जैसा दिखाने के लिए पैड्स और मेकअप का इस्तेमाल किया। वे रात के समय ट्रांसजेंडर के वेश में ग्राहकों को आकर्षित करते थे और भीख मांगने या सेक्स वर्क जैसे कार्यों में संलग्न रहते थे। उन्होंने यह सब केवल अपनी पहचान छुपाने और पुलिस से बचने के लिए किया।

पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान

तीनों व्यक्तियों की पहचान इस प्रकार की गई है:

1. मकसूदा अली उर्फ मोहम्मद मासूम (उम्र 40 वर्ष) – गांव रंगपुर गाइबांधा, जिला ढाका, बांग्लादेश

2. अब्दुल हकीम उर्फ जेली (उम्र 33 वर्ष) – गांव मोलाजानी, जिला मायमेनसिंह, बांग्लादेश

3. फईम पायल (उम्र 21 वर्ष) – गांव पचवटी, नारायणगंज, ढाका, बांग्लादेश

IMO ऐप से बांग्लादेश से संपर्क

इनके पास मिले चार मोबाइल फोन में प्रतिबंधित IMO ऐप मिला, जिसका उपयोग ये अपने बांग्लादेश स्थित परिवार से बातचीत के लिए कर रहे थे। भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से इस ऐप को बैन कर रखा है, फिर भी ये आरोपी इसका इस्तेमाल कर रहे थे।

अब आगे क्या?

तीनों आरोपियों को नई दिल्ली के आरके पुरम स्थित विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) को सौंप दिया गया है। यहां से उनके निर्वासन (deportation) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुलिस अभी और जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि और कितने ऐसे लोग दिल्ली या देश के अन्य हिस्सों में इसी तरह छिपे हुए हैं।

‘ऑपरेशन फेस वॉश’ दिल्ली पुलिस की एक अहम पहल है, जो देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अवैध प्रवासियों पर शिकंजा कस रही है। ट्रांसजेंडर बनकर छिपे इन बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि सुरक्षा एजेंसियां अब किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतेंगी। इस अभियान के तहत आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

Under the special drive Operation Face Wash, Delhi Police has arrested three illegal Bangladeshi immigrants who were disguising themselves as transgenders to evade detection. These individuals were found using the banned IMO app to communicate with their families in Bangladesh. The arrests highlight increasing efforts by law enforcement to crack down on illegal Bangladeshi immigrants in India, especially those operating in disguise. The trio has been handed over to the FRRO in Delhi for deportation procedures.

 

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