Kanpur Man Shubham Dwivedi Shot Dead in Pahalgam Terror Attack After Refusing to Recite Kalma
पहलगाम आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी की दर्दनाक मौत, पत्नी की आंखों के सामने मारा गया सिर में गोली
AIN NEWS 1: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 16 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की हत्या कर दी गई। हमले के चश्मदीद और शुभम की पत्नी एशान्या ने इस भयावह मंजर को अपनी आंखों से देखा। उन्होंने बताया कि आतंकी ने शुभम से धर्म पूछा और जब उन्होंने कहा कि वे मुसलमान नहीं हैं, तो आतंकी ने उनके सिर में गोली मार दी।
घुमने का सपना बना मौत का सफर
शुभम द्विवेदी और उनकी पत्नी एशान्या शादी के बाद पहली बार पूरे परिवार के साथ घूमने के लिए निकले थे। मंगलवार को वे जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम पहुंचे थे। एशान्या ने बताया कि वे घुड़सवारी कर ऊंचाई वाले हिस्से में स्थित गेट तक पहुंचे थे। वहीं से करीब 50 मीटर की दूरी पर शुभम, एशान्या और उनकी बहन शांभवी बैठकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले रहे थे। शुभम के माता-पिता गेट के पास ही थे।
धर्म पूछने के बाद सिर में मारी गोली
एशान्या ने बताया कि अचानक एक हथियारबंद आतंकी उनके पास आया और पूछा – “मुसलमान हो या हिंदू?” वे उसकी बात नहीं समझ पाईं, तो उसने फिर से कहा – “अगर मुसलमान हो तो कलमा पढ़ो।” इस पर उन्होंने सोचा कि वह कोई मजाक कर रहा है और सहजता से जवाब दिया – “नहीं भइया, हम मुसलमान नहीं हैं।” यह सुनते ही आतंकी ने शुभम के सिर में गोली मार दी। एशान्या ने बताया कि यह सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि वे कुछ कर ही नहीं सकीं।
शुभम की मौत से टूटा परिवार
शुभम की हत्या के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। एशान्या घटना के बाद से गहरे सदमे में हैं और बातचीत के दौरान बार-बार रो पड़ती हैं। उन्होंने बताया कि शादी के बाद यह पहली छुट्टी थी जिसे उन्होंने पूरे परिवार के साथ बिताने की योजना बनाई थी। लेकिन यह यादें अब जीवन भर का दर्द बन गई हैं।
कानपुर में शोक की लहर, परिजन हैं प्रतिष्ठित
शुभम द्विवेदी कानपुर के एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता संजय द्विवेदी क्षेत्र के बड़े सीमेंट व्यवसायी हैं। उनके चाचा मनोज द्विवेदी ज्योतिष के क्षेत्र में प्रसिद्ध हैं। वहीं, शुभम के चचेरे भाई शैलेंद्र द्विवेदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता हैं। उनका परिवार विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और पूर्व मंत्री अनंत मिश्रा से भी निकट संबंध रखता है।
आतंकी हमले से देश में आक्रोश
इस नृशंस हमले ने न सिर्फ कानपुर बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक निर्दोष पर्यटक की हत्या सिर्फ उसके धर्म के आधार पर की गई, जो कि मानवता के नाम पर एक शर्मनाक घटना है। हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं और हमलावर की तलाश की जा रही है।
शुभम की पत्नी की आंखों से देखी गई हैवानियत
एशान्या से फोन पर बातचीत में बताया कि उन्होंने अपने पति को अपनी आंखों के सामने मरते देखा। वे बताती हैं कि उस समय वे कुछ भी नहीं कर सकीं और बस सब कुछ देखते रह गईं। उन्होंने बताया कि यह घटना उन्हें जिंदगी भर सताएगी।
पर्यटन स्थल पर सुरक्षा पर उठे सवाल
इस हमले ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहलगाम जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर आतंकियों की मौजूदगी से पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। अब राज्य प्रशासन और केंद्र सरकार से यह उम्मीद की जा रही है कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए ताकि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।
कानपुर के शुभम द्विवेदी की मौत सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समाज और देश की हार है, जहां आज भी धर्म के नाम पर लोगों की जान ली जा रही है। यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारी सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर है कि एक आतंकी खुलेआम लोगों से धर्म पूछकर उनकी हत्या कर सकता है? अब वक्त आ गया है कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ कड़ा और निर्णायक कदम उठाया जाए।
The tragic Pahalgam terror attack in Jammu & Kashmir claimed the life of Shubham Dwivedi, a Kanpur resident, who was brutally shot in the head by a terrorist after being asked about his religion and refusing to recite the Kalma. This heinous act has sparked national outrage and raised concerns over the safety of tourists in Kashmir. The victim’s wife, who witnessed the entire attack, is in deep shock. The incident underlines growing security threats and the urgent need for preventive measures in popular tourist regions like Pahalgam.