Pahalgam Terror Attack: Terrorists Identified, Justice Awaits 27 Victims
पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों की पहचान, अब मिलेगा 27 मृतकों को इंसाफ
AIN NEWS 1: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में अब तक की सबसे बड़ी जानकारी सामने आई है। इस हमले में शामिल आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है, जिससे 27 निर्दोष लोगों को खोने वाले परिवारों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
पहचाने गए तीन आतंकी
हमले के पीछे जिन तीन आतंकियों का नाम सामने आया है, वे हैं – आसिफ फौजी, सुलेमान साह और अबू तल्हा। पहले इन आतंकियों के स्केच जारी किए गए थे, लेकिन अब उनकी असली तस्वीरें भी सार्वजनिक कर दी गई हैं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इन आतंकियों ने पूरी योजना के तहत हमला किया था।
एक आतंकी ढेर, बाकी तीन की तलाश जारी
सुरक्षा बलों की कार्यवाही में एक आतंकी को मार गिराया गया है। जबकि बाकी तीन आतंकी फिलहाल फरार हैं और पास के घने पहाड़ी जंगलों में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। इन्हें पकड़ने के लिए सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
आतंकियों के पास थीं AK-47 राइफल्स
हमले के दौरान आतंकियों के पास आधुनिक हथियार मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों के पास AK-47 राइफल्स थीं जिनसे उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में 27 लोगों की जान चली गई जबकि 17 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। हमले के दौरान आतंकवादी पश्तो भाषा में बातचीत कर रहे थे, जिससे अंदेशा है कि इनका संबंध पाकिस्तान या अफगानिस्तान के आतंकी गुटों से हो सकता है।
हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली
इस भीषण हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नामक आतंकी संगठन ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक फ्रंट संगठन है। यह संगठन पहले भी जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे चुका है। TRF के इस कृत्य ने एक बार फिर से क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद का नाम सामने आया
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद है। वह TRF से जुड़ा एक खतरनाक आतंकी है, जो लंबे समय से घाटी में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था। खुफिया एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि की है कि वह ही इस हमले की पूरी योजना का संचालन कर रहा था।
पीड़ितों को मिलेगा इंसाफ
भले ही इस हमले में मारे गए 27 लोग अब दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनके परिजनों को अब न्याय मिलने की उम्मीद है। जिन आतंकियों ने यह क्रूरता की, उनके चेहरे अब सामने आ चुके हैं और उन्हें पकड़ने की प्रक्रिया तेजी से जारी है। सुरक्षा एजेंसियों ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकियों को जल्द ही या तो जिंदा पकड़ा जाएगा या उनका सफाया कर दिया जाएगा।
लगातार चल रहा तलाशी अभियान
सुरक्षा बल पहलगाम के आसपास के जंगलों में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षा बल आतंकियों की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। डॉग स्क्वाड, ड्रोन और थर्मल इमेजिंग जैसे आधुनिक उपकरणों की मदद से आतंकियों को ढूंढने का काम हो रहा है।
सरकार की सख्त चेतावनी
केंद्र और जम्मू-कश्मीर की सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। गृह मंत्रालय ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। गृह मंत्री ने भी शहीदों के परिजनों को न्याय दिलाने की प्रतिबद्धता जताई है।
नफरत के खिलाफ एकजुट हो रहा देश
इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। सोशल मीडिया पर लोग इस हमले की कड़ी निंदा कर रहे हैं और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आम जनता से लेकर राजनेताओं तक सभी इस बात पर एकमत हैं कि अब आतंकियों को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए।
In a major breakthrough in the Pahalgam terror attack case, terrorists Asif Fauji, Suleman Sah, and Abu Talha have been identified. These attackers, who were armed with AK-47 rifles, brutally killed 27 innocent people and injured 17 others in Jammu and Kashmir. The Resistance Front (TRF), an offshoot of Lashkar-e-Taiba, has claimed responsibility for the deadly assault. Saifullah Khalid has been named as the mastermind behind the attack. One terrorist has been killed, and the Indian security forces are now actively searching for the remaining militants hiding in nearby forests. Justice for the victims is now closer than ever.