AIN NEWS 1 | महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राहुल गांधी द्वारा लगाए गए चुनावी धांधली के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने इसे “लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट” करार देते हुए कहा कि बीजेपी ने सुनियोजित साजिश के तहत चुनाव में हेराफेरी की। उन्होंने कहा कि यही रणनीति अब बिहार जैसे राज्यों में अपनाई जाएगी।
राहुल गांधी का आरोप
राहुल गांधी ने अपने लेख में पांच चरणों में धांधली का दावा किया:
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निर्वाचन आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया पर कब्जा
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फर्जी मतदाताओं को सूची में जोड़ना
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मतदान प्रतिशत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना
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लक्षित क्षेत्रों में फर्जी वोटिंग
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सबूतों को छिपाना
उन्होंने कहा कि 2019 से 2024 के बीच मतदाता संख्या में मामूली वृद्धि हुई, लेकिन सिर्फ 5 महीने में 41 लाख नए नाम जुड़ना असामान्य है। उनके अनुसार, यह आंकड़े सरकारी डेटा से मेल नहीं खाते। साथ ही, मतदान खत्म होने के बाद भी अचानक 7.83% वोट प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो लगभग 76 लाख वोट के बराबर है।
बीजेपी का जवाब: “यह निराधार और साजिशपूर्ण है”
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह ‘फर्जी विमर्श गढ़ने की कोशिश’ है क्योंकि वह लगातार चुनाव हारने से हताश हैं।
जेपी नड्डा ने गांधी के “पांच चरण” के जवाब में अपना ‘वास्तविक ब्लूप्रिंट’ बताया:
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कांग्रेस हर चुनाव में हारती है
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आत्मनिरीक्षण के बजाय साजिश के आरोप लगाती है
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तथ्यों की अनदेखी करती है
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संस्थाओं को बदनाम करती है
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मीडिया सुर्खियों के लिए झूठ फैलाती है
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को लोकतंत्र की नहीं, बल्कि नाटक की जरूरत है।
अमित मालवीय: “यह सीधे सोरोस की रणनीति है”
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने के लिए “जॉर्ज सोरोस की रणनीति” पर काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी चुनावों की प्रक्रिया में लोगों का विश्वास तोड़ना चाहते हैं और जब कांग्रेस चुनाव जीतती है (जैसे तेलंगाना या कर्नाटक में), तो उसी प्रक्रिया को निष्पक्ष कहा जाता है।
प्रदीप भंडारी का आरोप: “झूठा विमर्श गढ़ने की साजिश”
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने राहुल गांधी पर सुनियोजित तरीके से लोकतंत्र पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को वास्तव में धांधली का शक था, तो उनके किसी भी उम्मीदवार ने ईवीएम डेटा को चुनौती देने के लिए फॉर्म 17सी क्यों नहीं भरा?
उन्होंने यह भी कहा कि पहले राहुल ने 1 करोड़ फर्जी मतदाता जोड़े जाने का दावा किया, फिर 70 लाख और अंत में इसे घटाकर 39 लाख कर दिया। इससे उनके दावों की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है।
राहुल गांधी के आरोपों को लेकर एक बार फिर देश में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। बीजेपी ने उनके दावों को खारिज कर दिया है और इसे लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश बताया है। वहीं राहुल गांधी ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है और अब यही रणनीति बिहार जैसे राज्यों में अपनाई जाएगी।
Rahul Gandhi’s recent claims about election fraud in the Maharashtra 2024 assembly elections have sparked intense political debate. BJP leaders including JP Nadda, Amit Malviya, and Pradeep Bhandari have hit back, calling the Congress narrative baseless and a threat to India’s democratic institutions. They accuse Gandhi of using misinformation tactics aligned with George Soros’ strategies to undermine public trust in electoral processes. BJP maintains that all election procedures were legal and transparent, questioning Congress’s selective trust in institutions.