AIN NEWS 1 | बेंगलुरु में हुए भगदड़ कांड के बाद अब मामला गंभीर मोड़ ले चुका है। इस हादसे में एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर 11 लोगों की जान चली गई, और इसके लिए RCB टीम सहित 4 संगठनों पर FIR दर्ज की गई थी।
अब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने इस मामले में हाई कोर्ट का रुख किया है, और खुद को निर्दोष बताते हुए कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
⚖️ RCB की दलीलें क्या हैं?
RCB ने हाई कोर्ट में जो याचिका दायर की है, उसमें कहा गया है:
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टीम ने KSCA, DNA नेटवर्क्स और पुलिस के साथ चर्चा के बाद ही विक्ट्री परेड का ऐलान किया था।
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RCB के सोशल मीडिया पोस्ट में साफ लिखा था कि स्टेडियम में उन्हीं लोगों को एंट्री दी जाएगी, जिन्होंने वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किया है।
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टीम को 4 जून की सुबह मौखिक रूप से बताया गया कि पुलिस ने विक्ट्री परेड को रद्द कर दिया है।
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उसी दिन खबर मिली कि सीएम सिद्धारमैया विधान सौधा में टीम को सम्मानित करना चाहते हैं।
🧾 किसे ठहराया हादसे का जिम्मेदार?
RCB की याचिका में दावा किया गया कि:
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भगदड़ के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का ट्वीट जिम्मेदार है, जिसमें उन्होंने पब्लिक को आमंत्रित किया था।
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यह घटना तब घटी जब RCB टीम मैदान के अंदर कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थी और मैदान के बाहर अव्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी राज्य प्रशासन की थी।
⚠️ DNA नेटवर्क्स की प्रतिक्रिया:
DNA नेटवर्क्स ने भी पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि राज्य पुलिस की लापरवाही के कारण यह बड़ा हादसा हुआ।
🧭 क्या है अगला कदम?
अब हाई कोर्ट तय करेगा कि इस हादसे में किसकी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा बनती है — RCB, DNA नेटवर्क्स, पुलिस या मुख्यमंत्री का सार्वजनिक न्योता?
Royal Challengers Bangalore (RCB) has moved the High Court after being named in the FIR regarding the tragic Bengaluru stampede that claimed 11 lives outside the M Chinnaswamy Stadium. In the petition, RCB claims it followed all protocols and had informed the public that only registered fans would be allowed. The team has blamed police negligence and cited Karnataka CM Siddaramaiah’s public invite tweet as a key reason behind the uncontrolled crowd. RCB was inside the stadium when the incident occurred and has presented this case to clear its name.