Sitting Rising Test Reveals Your Life Expectancy in 30 Seconds – New Health Research Explained
30 सेकेंड का ये टेस्ट बता सकता है आप कितने साल जिएंगे – जानें कैसे करें SRT टेस्ट और क्या है इसका मतलब
AIN NEWS 1: क्या आप सिर्फ 30 सेकेंड में जानना चाहते हैं कि आपकी उम्र कितनी लंबी हो सकती है? हाल ही में प्रकाशित एक नई रिसर्च के मुताबिक, एक सरल और छोटा सा फिजिकल टेस्ट – सिटिंग-राइजिंग टेस्ट (SRT) – आपकी जीवन प्रत्याशा का संकेत दे सकता है।
रिसर्च में क्या सामने आया?
यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में छपी इस स्टडी में यह पाया गया कि यदि कोई व्यक्ति बिना सहारे (हाथ या घुटनों) के ज़मीन पर बैठ सकता है और फिर उठ सकता है, तो उसके स्वस्थ रहने और लंबे जीवन की संभावना अधिक होती है।
शोध में 46 से 75 साल के 4,282 लोगों पर अध्ययन किया गया, जिनमें से 68% पुरुष थे। उन्हें 0 से 10 अंक के बीच स्कोर दिया गया – 5 अंक बैठने के लिए और 5 अंक खड़े होने के लिए। अगर किसी ने बैठने या उठने में हाथ, घुटना या अन्य सहारा लिया, तो उसके अंक काट लिए गए।
स्कोर और मृत्यु दर का संबंध
12 साल की रिसर्च में पाया गया:
जिन्हें 10 अंक मिले, उनमें मृत्यु दर सिर्फ 3.7% थी।
8 अंक वालों में यह दर 11.1% तक थी।
जबकि 0 से 4 अंक पाने वालों में मृत्यु दर 42.1% तक पहुंच गई।
इससे यह साफ है कि कम स्कोर वालों को 3.8 गुना ज्यादा मृत्यु का खतरा और 6 गुना ज्यादा हृदय रोग का खतरा था।
हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय
डॉ. निरंजन हीरामठ (इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स):
अगर कोई SRT में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा, तो इसका मतलब हो सकता है कि उसकी हृदय कार्यक्षमता कम हो चुकी है, या फिर धमनियां कठोर हो गई हैं। यह टेस्ट उन संकेतों को भी उजागर करता है जो सामान्य मेडिकल रिपोर्ट में नजर नहीं आते।
डॉ. आशीष अग्रवाल (आकाश हेल्थकेयर):
खराब प्रदर्शन का कारण मांसपेशियों की कमजोरी, जोड़ों में अकड़न, शरीर का संतुलन बिगड़ना या अत्यधिक वजन भी हो सकता है।
डॉ. मनीष धवन (सर गंगाराम हॉस्पिटल):
परफॉर्मेंस को सुधारने के लिए नियमित अभ्यास जरूरी है। खासकर पैरों, हिप्स और पीठ के निचले हिस्से को स्ट्रेच करना चाहिए।
कौन-कौन से व्यायाम करें?
विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ सरल व्यायामों से SRT स्कोर में सुधार किया जा सकता है:
स्क्वैट्स और बिना हाथ का सहारा लिए कुर्सी से उठने-बैठने की प्रैक्टिस
प्लैंक, फ्लोर रूटीन और कोर स्ट्रेंथ बढ़ाने वाले व्यायाम
सिंगल लेग स्टैंड, योग, और हल्की एक्सरसाइज से बैलेंस सुधारें
डॉ. संजीव अग्रवाल (श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट):
सिर्फ कभी-कभी नहीं, नियमित रूप से स्ट्रेचिंग और फ्लेक्सिबिलिटी एक्टिविटीज करना चाहिए। तभी इसका पूरा लाभ मिलेगा।
क्या सभी लोग ये टेस्ट कर सकते हैं?
नहीं। अगर किसी को रीढ़, कूल्हे, या जोड़ों में कोई चोट या समस्या है, तो यह टेस्ट न करें। डॉक्टर से सलाह लेकर ही इस अभ्यास को करें।
क्यों है SRT इतना खास?
SRT न केवल शरीर की ताकत और संतुलन को आंकता है, बल्कि यह आपकी भविष्य की सेहत और लंबी उम्र का भी संकेत देता है। यह टेस्ट एक तरह से आपके दिल और शरीर की भीतरी सेहत को मापने का जरिया है।
सिटिंग-राइजिंग टेस्ट (SRT) एक आसान, त्वरित और बिना उपकरण वाला तरीका है यह जानने का कि आपकी शारीरिक स्थिति कैसी है, और आपको भविष्य में कौन-से स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। अगर आपका स्कोर कम है, तो घबराएं नहीं। उचित व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव से आप अपने स्कोर को सुधार सकते हैं और एक लंबा, स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
The Sitting-Rising Test (SRT) is a quick, science-backed health test that can estimate your life expectancy based on muscle strength, balance, and flexibility. According to recent longevity research, poor SRT scores may indicate a higher risk of heart disease and early death, even if other health parameters like blood pressure or cholesterol seem normal. Learn how to perform the SRT test safely, interpret your score, and improve your physical health through targeted exercise and balance training.