AIN NEWS 1 | अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बुधवार, 19 मार्च 2025 को धरती पर लौटेंगे। इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर स्पेसक्राफ्ट आईएसएस (ISS) से मंगलवार सुबह 10:35 बजे (UTC) अनडॉक हो चुका है। भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 3:30 बजे उनका स्पेसक्राफ्ट लैंड करेगा।
धरती पर लौटने के बाद क्यों नहीं चल सकेंगी सुनीता विलियम्स?
अंतरिक्ष में महीनों बिताने के बाद एस्ट्रोनॉट्स का शरीर शून्य गुरुत्वाकर्षण (Zero Gravity) के प्रभाव में ढल जाता है। इस कारण जब वे धरती पर लौटते हैं, तो तुरंत चल नहीं पाते।
- स्पेस में गुरुत्वाकर्षण न होने के कारण शरीर का संतुलन बनाए रखने वाला सिस्टम कमजोर हो जाता है।
- हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे चलने में दिक्कत होती है।
- अचानक गुरुत्वाकर्षण महसूस करने पर चक्कर आना, कमजोरी और मोशन सिकनेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- इसीलिए NASA के सेफ्टी प्रोटोकॉल के तहत, सुनीता और बुच को स्ट्रेचर पर लाया जाएगा।
अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव
स्पेस में लंबे समय तक रहने से शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
✅ मांसपेशियों और हड्डियों का कमजोर होना – वजनहीनता के कारण शरीर पर भार नहीं पड़ता, जिससे हड्डियों की घनत्व कम हो जाती है।
✅ बैलेंस सिस्टम पर असर – पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण की गैरमौजूदगी से शरीर का संतुलन खराब हो जाता है।
✅ स्पेस मोशन सिकनेस – लौटने के बाद शरीर को दोबारा गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने में समय लगता है।
कैसे होगी सुनीता विलियम्स की वापसी?
- 5 जून 2024 को सुनीता और बुच विल्मोर आईएसएस (ISS) गए थे।
- स्टारलाइनर (Starliner) स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।
- सितंबर 2024 में स्टारलाइनर बिना क्रू के धरती पर लौटा।
- अब नासा ने उनकी वापसी के लिए स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल (SpaceX Dragon Capsule) को चुना।
स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल: सुरक्षित वापसी का जरिया
🚀 49 बार सफलतापूर्वक लॉन्च हो चुका है
🚀 44 बार ISS की यात्रा कर चुका है
🚀 29 बार री-फ्लाइट हो चुकी है