Synthetic Milk Dairy Busted in Kotputli’s Nangadivas, 1100 Liters Fake Milk Destroyed
नांगड़ीवास में सिंथेटिक दूध बनाने वाली डेयरी पर छापा, 1100 लीटर नकली दूध नष्ट
AIN NEWS 1: कोटपूतली के गांव नांगड़ीवास में गुरुवार देर रात खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक डेयरी पर छापा मारा। इस डेयरी में मिल्क पाउडर, वनस्पति घी और रंगीन पेस्ट मिलाकर सिंथेटिक दूध तैयार किया जा रहा था। टीम ने मौके से 1100 लीटर से अधिक तैयार नकली दूध, 65 किलो मिल्क पाउडर, 40 किलो वनस्पति घी और 10 किलो सिंथेटिक पेस्ट जब्त कर नष्ट करवाया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आशीष सिंह के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी शशिकांत शर्मा और डॉ. पूरणचंद गुर्जर के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। नकली दूध बनाने की सूचना मिलने पर टीम तुरंत गांव नांगड़ीवास पहुंची और जांच शुरू की।
कैसे बना रहे थे नकली दूध
जांच में सामने आया कि डेयरी मालिक अनिल गुर्जर काफी समय से मिल्क पाउडर, वनस्पति घी और सिंथेटिक पेस्ट मिलाकर नकली दूध तैयार कर रहा था। इस दूध को निजी डेयरी शाहपुरा भेजने की तैयारी चल रही थी। मौके से 10 सिलेटर दूध भी पिकअप वाहन में लोड मिलता पाया गया, जिसे शाहपुरा की डेयरी भेजा जाना था। इसके अलावा डेयरी परिसर से 56 खाली पीपे वनस्पति घी के भी बरामद हुए।
सामग्री की बरामदगी और नष्ट करना
टीम ने मौके से 40 किलो मिल्क पाउडर, 25 किलो वनस्पति घी और 10 किलो सिंथेटिक पेस्ट बरामद किया। इसके अलावा 20 किलो अतिरिक्त मिल्क पाउडर और 15 किलो वनस्पति घी एक अन्य प्लांट से भी जब्त किए गए, जिनसे लगभग 100 लीटर तैयार नकली दूध मिला। कुल मिलाकर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने 1100 लीटर नकली दूध और भारी मात्रा में सामग्री को नष्ट कराया।
सैंपल जांच के लिए भेजे गए
मौके पर पकड़ी गई सामग्री के सैंपल लेकर उन्हें जयपुर स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल खाद्य सुरक्षा विभाग ने आमजन से अपील की है कि अगर कहीं भी दूध या अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट की आशंका हो तो तुरंत विभाग को सूचना दें, ताकि ऐसे स्वास्थ्यवर्धक खतरों को समय रहते रोका जा सके।
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़
डेयरी मालिक अनिल गुर्जर द्वारा किए जा रहे इस गोरखधंधे से आमजन के स्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ हो रहा था। नकली दूध के सेवन से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर विशेष खतरा होता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने चेताया है कि इस तरह के अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
अन्य डेयरियों की भी जांच
कार्रवाई के दौरान टीम ने गांव की अन्य डेयरियों का भी निरीक्षण किया। हालांकि, अन्य डेयरियों में अभी तक कोई बड़ी गड़बड़ी सामने नहीं आई है, लेकिन सतर्कता बरतते हुए जांच जारी रखी जाएगी।
खाद्य सुरक्षा विभाग की अपील
खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक बार फिर जनता से आग्रह किया है कि अगर उन्हें किसी भी खाद्य उत्पाद में मिलावट या गुणवत्ता में कमी की सूचना मिले तो तुरंत विभाग को सूचित करें। इस प्रकार की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
The Food Safety Department conducted a major raid in Nangadivas, Kotputli, busting a synthetic milk dairy that was producing fake milk by mixing milk powder, vanaspati ghee, and synthetic paste. Over 1100 liters of fake milk were destroyed along with 65 kg milk powder, 40 kg vanaspati ghee, and 10 kg synthetic paste. This fake milk operation posed a serious health hazard to the public. Samples have been sent to Jaipur laboratory for analysis, and strict action will be taken against the culprits. This raid highlights the growing issue of milk adulteration and reinforces the need for vigilance in food safety across the region.